बिहारशरीफ समेत पूरे नालंदा जिला में लोग रसोई गैस की किल्लत से परेशान हैं। चाहे वो भारत, इंडेन या एचपी के उपभोक्ता ही क्यों न हों. सभी कंपनियों के एक ही हाल हैं ।
सुबह से लग जाती है लंबी कतार
सुगमता से मिलने वाले रसोई गैस सिलेंडर का मिलना मुश्किल हो गया है। ये हालत पूरे जिले का है। त्योहार के मौके पर गैस की किल्लत के कारण लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन त्योहार के बाद भी हालत नहीं सुधर पाई है।बिहारशरीफ और रहुई प्रखंड में एलपीजी सिलेंडर की घोर कमी से लोग परेशान हैं। गैस के लिए लोगों को सुबह से ही गैस गोदाम के पास कतार में खड़ा हो जाना पड़ता है। लेकिन कंपनी से गैसे सिलेंडर की संख्या कम आने के कारण लोगों को गैस की आपूर्ति नहीं हो पाती है।
मारामारी की स्थिति
हालत ये है कि एलपीजी सिलेंडर के लिए रोज मारामारी की स्थिति बनी रहती है। रहुईवासियों का कहना है कि इस प्रखंड में करीब आठ लाख की आबादी बसती है। जिसमें करीब 55 फीसदी लोगों के घरों तक गैस सिलेण्डर की आपूर्ति नहीं हो पाई। पर्व त्योहार के मौके पर इस तरह की स्थिति से लोग आक्रोश में है। लोगों ने कहा कि इस प्रखंड में वेंडरों के रसोई गैस ब्लैकमेल करने की प्रवृति के कारण ऐसी स्थिति बनी है। कालाबाजारी में वेंडर से लेकर गैस गोदाम के कई कर्मियों की मिलीभगत है। एक गैस सिलेंडर को ग्यारह सौ से लेकर बारह सौ तक में बेचा जा रहा है। लोगों ने कहा कि स्थिति यदि तत्काल नहीं सुधरी तो वे प्रदर्शन के बाध्य होंगे।
क्या कहते हैं अधिकारी
वहीं, बिहारशरीफ के एसडीओ का कहना है कि रसोई गैस की किल्लत अब लगभग खत्म हो चुकी है। गैस वितरकों के साथ पिछले ही महीनें बैठक की गई थी। उन्हें सुधार का आदेश दिया गया था। इंडेन तथा हिन्दुस्तान रसोई गैस की किल्लत अब नहीं के बराबर है। भारत गैस कंपनी में काम चल रहा है जिस कारण गैस सिलेंडर कम संख्या में आ रहे हैं। एक सप्ताह के अंदर इस कंपनी के गैस वितरण की समस्या भी खत्म हो जाएगी।