आषाढ़ का महीना खत्म होने वाला है लेकिन आसमान से फुहार की जगह आग बरस रहे हैं। पटना, बिहारशरीफ,शेखपुरा और नवादा समेत पूरा बिहार भीषण गर्मी की चपेट में है। जुलाई महीने में गर्मी ने पिछले 36 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। बिहारशरीफ में अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि राजधानी पटना में अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो कि सामान्य से छह डिग्री अधिक ज्यादा है। जुलाई में अब तक का सबसे अधिक तापमान है। इससे पहले पटना में छह जुलाई, 1982 को अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जबकि बिहारशरीफ में 38.2 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया था।
बीमार बना रही है ये गर्मी
गर्मी से लोग अस्त व्यस्त हैं। पंखा कूलर कुछ भी काम नहीं कर रहा है। सिर्फ शरीर से हर हर पसीने छूट रहे हैं। धूप इतनी चिलचिला रही है कि जैसे पूरा बदन ही जल जाए। हालात ये है कि सड़क पर जेठ की दुपहरी की तरह सन्नाटा छा जाता है। चिपचिपाहट और गर्मी की वजह से लोग बीमार पड़ रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक इस मौसम में तेज बुखार,कै दस्त के साथ साथ घमौरियां,रैशेज,फंगल इंफेक्शन, दाज खाज खुजली की शिकायतें ज्यादा होती है ।
58 वर्षों में नहीं पड़ी इतनी गर्मी
शुक्रवार के गर्मी ने भले ही जुलाई माह में बीते 36 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ा है, लेकिन मौसम केंद्र के रिकॉर्ड की मानें तो बीते 58 वर्षों में इतनी गर्मी कभी नहीं पड़ी। दर्ज रिकॉर्ड के अनुसार 1960 जुलाई में न्यूनतम तापमान 21.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो अब तक का कम न्यूनतम रिकॉर्ड है. यानी मौसम केंद्र के पास 1960 के अब तक शहर का अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस नहीं गया।
राहत मिलने के आसार कम
मौसम विभाग के मुताबिक अगले एक हफ्ते तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। इसी तरह के हालात बने रहेंगे। दिन की शुरुआत तेज धूप से होगी। इसके अलावा पूरा दिन आसमान साफ रहने से परेशानी बढ़ी रहेगी। हालांकि कुछ एक जगहों पर बूंदाबांदी हो सकती है
इंद्रदेव नाराज, गुस्से में सूर्य भगवान
लोग इंद्रदेव से आस लगाए बैठें हैं कि कब उनकी कृपा होगी कब बादल बरसेंगे। धान की फसल बर्बाद हो रही है। जिले में सुखाड़ के आसार हैं। भगवान भास्कर से कह रहे है कि अपना रौद्र रूप को कम कीजिए। गर्मी से राहत दीजिए