नालंदा जिला के चंडी प्रखंड के सालेहपुर, महकार सहित अन्य पंचायत में बिना रिक्तियां के ही प्राधिकार का हवाला देकर 37 पंचायत शिक्षक का नियोजन के जांच के लिए सोमवार को जिला से तीन सदस्यीय टीम बीआरसी कार्यालय पहुंची। बीआरसी कार्यालय में जांच के लिए घंटो बैठे रहे लेकिन जांच में बहाली कराने वाले पंचायत सेवक ने न ही सहयोग किया और न ही उपस्थित हुआ। कार्यक्रम पदाधिकारी पूनम कुमारी ने बताया कि छह पंचायत शिक्षक की जांच की जानी है।
इन बिंदु पर होगी जांच
2008 में रोस्टर के अनुसार पंचायत में कितनी सीटें थी।
2008 के रोस्टर के अनुसार कितने शिक्षक बहाल हुई थी।
2008 के मेधा सूची, औपबंधिक मेधा सूची, फाइनल मेधा सूची
2008 में पंचायत शिक्षक बहाली का अभ्यर्थी का फार्म एवं स्लिप
2008 अगर में बहाली में सीट बचा तो 2012 में वैकेंसी में सीट को मर्ज किया गया था कि नही
फर्जी हस्ताक्षर से बहाली तत्कालीन पंचायत सेवक कृष्णनंदन शर्मा ने 29 जून 2017 को बीईओ को लिखित दिया था कि सालेहपुर पंचायत के पूर्व मुखिया पति ने मेरे फर्जी हस्ताक्षर से प्राधिकार को छह सीट खाली होने का लिखित दिया था।
बीईओ के दूरभाष पर लिए थे योगदान : नाम नही छपने पर एक प्रभारी प्रधानाध्यापक ने कहा कि पंचायत में प्राधिकार से हुई बहाल पंचायत शिक्षक के योगदान के लिए लगातार बीईओ कार्यालय से फोन आता था। अंतत: योगदान लिया था।