
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के लाल तेजप्रताप यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गढ़ नालंदा पहुंचे. जहां उन्होंने अपने चाचा नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि चूहों द्वारा फाइल कुतरने के मामले में नीतीश चाचा फंस गए हैं.
बखतौर पूजा में शामिल होने पहुंचे थे
दरअसल, राजद विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव शुक्रवार को बखतौर पूजा में शामिल होने के लिए नालंदा पहुंचे थे।बाबा बखतौर की सालाना पूजा में शामिल होने के लिए हरनौत के श्यामनगर गांव पहुंचे। श्याम नगर में उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ पूजा-अर्चना की।
‘भ्रष्टाचार का है बोलबाला’
चारा घोटाला में रांची जेल में बंद लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप यादव ने कहा कि मौजूदा सरकार में हर स्तर पर रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। थाना-ब्लॉक कहीं भी चले जाइए बिना रिश्वत के कुछ काम नहीं होता है। हर विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है। ऐसा कौन सा विभाग बचा है जिसमें कोई बड़ा घोटाला नहीं हुआ है। सरेआम काग़ज़ों में और धरातल पर इनके घोटाले पकड़े जाने पर अब दोष चूहों को दिया जाने लगा है।
‘चुनाव में चलेगा सुदर्शन चक्र’
तेजप्रताप यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने शिक्षक नियोजन की फ़ाइलों को चूहों द्वारा कुतरने के मुद्दे पर कहा कि नीतीश चाचा बुरी तरह फंस गए हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच सीबीआई करे। उन्होंने कहा कि बिहार में 2020 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज है। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव में हमारा सुदर्शन चक्र चलेगा।
क्या है नियोजित शिक्षकों का मामला
दरअसल, पटना हाईकोर्ट में एक लाख से अधिक नियोजित शिक्षकों की फाइल जमा नहीं की गई है। शिक्षा हाईकोर्ट ने जब इसकी मांग की तो विभाग की ओर से कहा गया कि फाइलों को चूहों ने कुतर दिया है। इसके बाद इसे लेकर विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है। दो दिन पहले बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी इसे लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा था। राबड़ी देवी ने बयान जारी कर कहा था कि बिहार में 1100 करोड़ का बांध चूहे खा गए। पुलिस कस्टडी में रखी 9 लाख लीटर शराब चूहों ने पीकर ग़ायब कर दी। अस्पताल में नवजात का हाथ खा गए। और अब 40,000 नियोजित शिक्षकों के फ़ोल्डर चूहे कुतर गए।