नालंदा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने लूट की योजना बनाते तीन अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया है।जबकि दो बदमाश भागने में कामयाब रहे. बताया जा रहा है कि पूछताछ के दौरान तीन ने कई बड़े खुलासे किए हैं.
क्या है पूरा मामला
बिहारशरीफ के डीएसपी इमरान परवेज ने बताया कि दीपनगर के भटबिगहा गांव में पांच अपराधी लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए प्लानिंग कर रहे थे. इसकी जानकारी जैसे ही पुलिस को मिली. वैसे ही डीआईयू प्रभारी मो. मुश्ताक और दीपनगर थानाध्यक्ष दल-बल के साथ पहुंचे और गांव की घेराबंदी कर दी। पुलिस को देखते ही अपराधी बाइक से भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर तीनों अपराधियों को धर दबोचा। लेकिन अंधेरे का लाभ उठाकर दो अपराधी भागने में सफल रहे।
किसकी किसकी गिरफ्तारी
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार तीनों अपराधी करायपरसुराय थाना के बोधी बिगहा गांव के रहने वाले धीरेंद्र कुमार, पटना के अथमलगोला थाना के बडीहा के रहने वाले राजीव कुमार और थरथरी थाना क्षेत्र के पलटू बिगहा का रहने वाला सागर कुमार हैं। इनके पास से पुलिस ने सोहसराय और नवादा जिला से लूटी गई दो पल्सर बाइक, दो देसी कट्टा, 4 जिंदा कारतूस और तीन मोबाइल बरामद किया है।
पूछताछ में कई खुलासे
डीएसपी इमरान परवेज ने बताया कि तीनों अपराधियों ने पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे किए हैं. उनके मुताबिक इन बदमाशों ने ही 12 अप्रैल को नवादा के पंजाब नेशनल बैंक में कार्यरत आशुतोष सिंह से छिन्नैती किया था. जब वे चुनाव ड्यूटी से लौट रहे थे.
करीब दर्जन भर मामले में थी तलाश
तीनों अपराधियों की दर्जन भर से ज्यादा मामलों में पुलिस को तलाश थी. इनके खिलाफ नालंदा, पटना और नवादा जिले के अलग-अलग थानों में लूट और डकैती के 12 मामले दर्ज हैं।
वारदात को कैसे देते हैं अंजाम
पूछताछ के दौरान लुटेरों ने मोड ऑफ ऑपरेंडस का खुलासा किया. पुलिस के मुताबिक पहले ये किसी भी बाइकर का पीछा कर पहले उसे टक्कर मार देते हैं। बाइक सवार के सड़क पर गिरते हथियार का भय दिखाकर बदमाश उनकी बाइक लूट लेते हैं। लूट के कुछ दिन के बाद गाड़ी ऑनर को फोन कर बताते हैं कि आपकी गाड़ी मैंने 20 हजार में खरीदी है। अगर बाइक चाहिए तो अकांउट में 30 हजार रुपए डाल दो। जो इनके झांसे में फंसा उनसे ये रुपए ऐंठ लेते हैं, फिर बाइक भी वापस नहीं करते।