बिहारशरीफ में एसटीएफ की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है। पहली कार्रवाई देर शाम धनेश्वरघाट गुफापर मोहल्ले के रबड़ स्टाम्प दुकान के पास हुई। जहां से एक युवक को गिरफ्तार किया। मौके से हथियार और कारतूस भी बरामद की गई। गिरफ्तार तस्कर से पूछताछ के आधार पर एसटीएफ की टीम खंदकपर मोहल्ले से भी एक तस्कर को पकड़ा। दुकान से हथियार मिलने पर स्थानीय लोग भौचक रह गए
किसकी किसकी हुई गिरफ्तारी
गिरफ्तार तस्करों में अलीनगर के रहने वाले शत्रुध्न प्रसाद का बेटा टिंकू कुमार और जहानाबाद के घोसवरी थाना क्षेत्र के कढ़रा गांव के रहने वाले द्वारिका चौधरी का बेटा चन्द्रमौली चौधरी है। तस्करों के पास से पुलिस ने 100 पीस कारतूस और तीन पिस्टल बरामद किया है। सूत्रों की मानें तो मुंगेर में कुछ दिन पहले एसएलआर और एके47 बरामद हुआ था। जहां से टीम को भनक लगी कि घातक हथियार की तस्करी नालंदा में भी हो रही है। टीम एसएलआर-एके47 की तलाश में आई है। अलीनगर निवासी युवक स्टाम्प दुकान की आड़ में हथियार तस्करी कर रहा था। एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि हथियार कारतूस के साथ दो तस्करों को पकड़ा गया है। गिरफ्तार टिंकू के पिता भी पूर्व में हथियार तस्करी का कार्य करते थे। टीम को बड़े हथियार लाए जाने की सूचना थी।
बिहारशरीफ बनता जा रहा है तस्करी का अड्डा
पिछले कई महीने में नालंदा जिला से बड़े हथियार तस्करों की गिरफ्तारी हुई है। नक्सली संगठनों को हथियार सप्लाई के आरोप में कोलकाता एसटीएफ ने 14 मई को रामचंद्रपुर से एक रालोसपा नेता को गिरफ्तार किया। पटना एसटीएफ ने 8 नवंबर 2017 को नईसराय से बुजुर्ग तस्कर राजेंद्र गरांय को गिरफ्तार किया था। तस्कर के घर की पानी की टंकी से भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद हुई थी। इसी तरह 26 मई को नगर थाना पुलिस ने कटरापर और छज्जू मोहल्ला में कार्रवाई कर तस्कर मो. शाहजाद उर्फ छोटे लाल, मो. इनामुल हक है और राजा को पकड़ा। बदमाशों के पास से 5 पैकेट गोली, हथियार और नकदी बरामद हुआ था। शहर के बुद्धिजीवियों की मानें तो जिले में हथियार तस्करों की भरमार होती जा रही है।