नालंदा में जिला में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से जिला प्रशासन ने 11 जुलाई से 15 जुलाई तक लॉकडाउन लगाया है. लॉकडाउन के पहले दिन सड़कों पर पुलिस चुस्त दिखी. इस दौरान सड़कों पर मटरगश्ती करने वालों की जमकर क्लास लगाई.
कई वाहन जब्त
लॉकडाउन के पहले दिन बेवजह सड़कों पर सैर करने वाले लोगों को पुलिस ने जमकर क्लास लगाई। यहीं नहीं दो दर्जन से अधिक वाहनों को जब्त किया. तो कुछ का चालान काटकर और चेतावनी देकर छोड़ दी गई। वहीं दवा दुकान, किराना दुकान, फल-सब्जी की दुकानें छोड़ शहर की तमाम दुकानें स्वत: बंद रही।
इसे भी पढ़िए-नालंदा में कोरोना के 16 नए मरीज मिले, 2 और की मौत.. कहां कितने मिले
चौक चौराहों पर चौकसी
सभी चौक-चौराहों पर डटी रही पर्याप्त संख्या बल में पुलिस जिले के तमाम वरीय पदाधिकारियों के साथ ट्राफिक पुलिस दल-बल के साथ शहर के तमाम चौक-चौराहों पर पूरी मुस्तैदी से डटी रही। इस दौरान बाइक व वाहनों से गुजरने वाले हर लोगों की तलाशी ली गई। जिनके पास पास थे उन्हें जाने दिया गया। बिना पास किसी को भी घुमने की अनुमति नहीं थी।
इसे भी पढ़िए-अमिताभ बच्चन को हुआ कोरोना..अस्पताल में कराया गया भर्ती
ऑटो चालकों की दिखी मनमानी
लॉकडाउन के पहले दिन बिहारशरीफ-बरबीघा मार्ग पर बड़े वाहनों का परिचालन पूरी तरह बंद रहा। जिसके कारण बाहर से आने वाले यात्री, दूध बेचने वाले लोग तथा नित्य ड्यूटी पर जाने वाले कर्मी खास परेशान दिखे। इस बीच टेंपो चालकों की मनमानी भी दिखी। यात्रियों से वे मनमाने रकम वसूल करते रहे। यात्रियों की संख्या अधिक होने से उन्हें भेड़-बकरियों की तरह वाहन में लादकर गंतव्य पहुंचाया गया।