पावापुरी के वर्द्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान में कोरोना का कहर देखने को मिला है. पावापुरी मेडिकल कॉलेज के 40 छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. छात्रों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है.
क्या है पूरा मामला
पावापुरी मेडिकल कॉलेज में MBBS की पढ़ाई कर रहे सेकंड ईयर के 80 छात्रों की कोरोना जांच की गई. जिसमें 40 छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जबकि 20 छात्र-छात्राओं की जांच रिपोर्ट आना बाकी है। इनमें से गंभीर रुप से बीमार छात्रों को विम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। वहीं अन्य को जनरल वार्ड और हॉस्टल में ही अलग-थलग रहने की नसीहत देकर रखा गया है।
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दिल्ली से आए छात्रों से फैला कोरोना
दरअसल, लॉकडाउन के दौरान मेडिकल कॉलेज की क्लास सस्पेंड थीं। जिससे सारे विद्यार्थी अपने घर लौट गए थे। लेकिन अक्टूबर में सेकेंड इयर के विद्यार्थियों की परीक्षा की घोषणा कर दी गई। तब आनन-फानन में दिल्ली, हरियाणा समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों से विद्यार्थी पावापुरी पहुंच गए। यहां से दो बसों में सवार होकर बीते 19 अक्टूबर तक मेडिकल कॉलेज के सेकेंड इयर के 100 छात्र-छात्राओं का बैच चंडी स्थित नालंदा इंजीनियरिग कॉलेज में बने सेंटर में परीक्षा देने के लिए आना-जाना कर रहा था। एक छात्र ने बताया कि हरियाणा से आई एक छात्रा के पिता की मौत पिछले दिनों कोरोना से हो गई थी। इस तरह कोरोना संक्रमित परिवार में रहकर कई छात्र आए होंगे। अगर पावापुरी पहुंचने के साथ सभी विद्यार्थियों की ट्रैवेल व फैमिली हिस्ट्री ली जाती तो कोरोना संक्रमण के प्रसार से बचा जा सकता था।
इंटरव्यू टला
कोरोना संक्रमण की वजह मौखिक परीक्षा टाल दी गई है। अब नई तिथि की घोषणा संक्रमित छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य होने के बाद की जाएगी। बताया कि बिहारशरीफ में सड़क जाम में फंसने के कारण पहले ही उनकी 17 अक्टूबर की परीक्षा देर से केंद्र पहुंचने के कारण छूट चुकी है।