पुलिस को लेकर आम लोग में तरह-तरह की भ्रांतियां है। पुलिस का नाम सुनते ही खौफ में आ जाते हैं । लेकिन कुछ पुलिसवाले ऐसे हैं जो अपना खून देकर भी लोगों की जान बचाते हैं। ऐसे ही एक पुलिस वाले हैं नालंदा के ट्रैफिक डीएसपी अरुण कुमार सिंह। जिन्होंने अपना खून देकर एक महिला और उसके होने वाले बच्चे की जान बचायी है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, आज सुबह सोशल मीडिया के जरिए डीएसपी अरुण कुमार सिंह तक खबर पहुंची की एक गर्भवती महिला को तुरंत ओ निगेटिव (o-ve) ब्लड की जरूरत है। अगर जल्द से ब्लक नहीं दिया गया तो महिला और उसके होने वाले बच्चे की जान को ख़तरा बढ़ सकता है।
DSP साहब ने किया रक्तदान
मैसेज पढ़ने के ट्रैफिक डीएसपी अरुण कुमार सिंह तुरंत अस्पताल पहुंचे और उन्होंने रक्तदान किया । क्योंकि अरुण कुमार सिंह को मालूम था कि उनका ब्लड ग्रुप ओ निगेटिव (o-ve) है इसलिए बिना देर किए अस्पताल पहुंच गए।
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रेयर ब्लड ग्रुप है ओ निगेटिव (o-ve)
आपको बता दें कि ओ निगेटिव (o-ve) ब्लड ग्रुप वाले लोगों की संख्या दुनिया में बहुत कम है। ये एकमात्र ऐसा ब्लड ग्रुप है जो किसी भी व्यक्ति को दिया जा सकता है। इसलिए ओ निगेटिव (o-ve) को यूनिवर्सल डोनर कहा जाता है। यानि इस ब्लड ग्रुप के लोग किसी भी ब्लड ग्रुप (A+-,B+-,AB+- और O+-) को ब्लड डोनेट कर सकते हैं ।
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आज विश्व पर्यावरण दिवस है
विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर रक्तदान करने को लेकर उन्होंने कहा कि पेड़ पौधे मानव के सबसे अच्छे साथी हैं। पेड़ पौधे के साथ-साथ हमें समय-समय पर अपना रक्तदान भी करना चाहिए, ताकि किसी जरूरतमंद की जान बचाई जा सके। उन्होंने कहा कि संयोग से उनका ब्लड ग्रुप ओ नेगेटिव है ऐसे में उन्होंने रक्तदान करने का मन बनाया और ब्लड संग्रह केंद्र पहुंचकर गर्भवती महिला की ब्लड की जरूरत पूरी की।
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डीएसपी साहब को सलाम
नालंदा लाइव जिलावासियों की तरफ से ऐसे कर्मठ पुलिस वाले और अफसरों को सलाम करता है । जो देशवासियों और जिलावासियों की भलाई के लिए तत्पर रहते हैं।