
बिहार की बेटी शिवांगी स्वरुप ने इतिहास रच दिया है । शिवांगी भारतीय नौसेना की पहली महिला पायलट बनी हैं। सोमवार को पासिंग आउट परेड के बाद सब लेफ्टिनेंट शिवांगी ने नौसेना ज्वाइन किया। उन्होंने कोच्चि नेवल बेस में ऑपरेशनल ड्यूटी ज्वाइन की।
मुजफ्फरपुर की रहने वाली है शिवांगी
शिवांगी स्वरूप बिहार के मुजफ्फरपुर के पारु की रहने वाली है. शिवांगी स्वरूप ने डीएवी-बखरी से 12वीं तक की पढ़ाई की है. उसके बाद उन्होंने सिक्किम मणिपाल इंस्टिच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बीटेक की डिग्री ली. शिवांगी ने कहा “मेरी जिंदगी के लिए ये उनका अद्भुत दिन है मैंने जो सपना देखा था वो पूरा हुआ. मैं हमेशा से ही उड़ना चाहती थी. “
Sub-Lieutenant Shivangi becomes first woman pilot of Indian Navy, got her qualification 'wings' from Vice Admiral AK Chawla at Naval Base Kochi. Vice Admiral AK Chawla said, "It is a front-line combat role. The course curriculum is absolutely the same for male & female pilots." pic.twitter.com/CVF9zzITyj
— ANI (@ANI) December 2, 2019
पापा बोले- सीना चौड़ा हुआ
बेटी की इस कामयाबी पर माता-पिता फूले नहीं समा रहें। शिवांगी के पिता हरिभूषण सिंह ने कहा- मेरे लिए यह बहुत गर्व की बात है। मैं टीचर हूं। एक साधारण परिवार से होने पर भी उसने बड़ी ऊंचाई पाई है। मेरी बेटी देश की रक्षा करने लगी है। यह सोचकर गर्व होता है। शिवांगी बचपन से ही किसी भी काम को चुनौती के रूप में लेती है।
बेटी के हर फैसले का सपोर्ट किया: शिवांगी की मां
शिवांगी की मां प्रियंका ने कहा- मैंने कभी बेटी को उसके सपने पूरा करने से नहीं रोका। मैं हर समय उसकी सपोर्ट के लिए मौजूद रही। मैं कहती थी कि तुम्हें जो अच्छा लगता है करो। हम लोगों ने उसे कभी पीछे हटने नहीं दिया। मेरी दो बेटी और एक बेटा है। शिवांगी सबसे बड़ी है। उसकी सफलता देख अब भाई बहन भी देश के लिए कुछ करना चाहते हैं।

आपको बता दें कि सब लेफ्टिनेंट शिवांगी भारतीय नौसेना की पहली महिला पायलट बन गई हैं. यहां पर ये भी बता दें कि नेवी से पहले एयरफोर्स में भी महिला पायलट ने फाइटर प्लेन उड़ाना शुरू कर दिया था। इसी साल फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कांत भारतीय वायुसेना की पहली महिला पायलट बनी थीं, जिन्होंने फाइटर जेट उड़ाने के लिए क्वालिफाई किया था। उन्होंने मिग-21 एयरक्राफ्ट उड़ाकर यह सफलता हासिल की थी। इससे पहले 2016 में भावना कांत, अवनी चतुर्वेदी और मोहाना सिंह को भारतीय वायुसेना में पायलट के तौर पर तैनाती मिली थी।