बिहार बीजेपी के सबसे बड़े चेहरे सुशील कुमार मोदी पहली बार राज्य सरकार में शामिल नहीं होंगे। नीतीश कुमार के सबसे करीब माने जाने वाले सुशील कुमार मोदी इस बार उपमुख्यमंत्री नहीं बनेंगे. उनका पत्ता काट दिया गया है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि अब उन्हें केंद्र सरकार में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. लेकिन अब आप ये सोच रहे होंगे कि आखिर वो कौन है जिसकी वजह से सुशील मोदी का पत्ता कट गया है.
तारकिशोर प्रसाद को मिली जिम्मेदारी
कटिहार से चुनाव जीत कर आने वाले तारकिशोर प्रसाद को पार्टी ने बड़ी भूमिका सौंपी गई है. तार किशोर प्रसाद को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया है. साथ ही एनडीए का उपनेता चुना गया है. जबकि अब तक इस दोनों पदों पर अब तक सुशील कुमार मोदी काबिज होते थे.
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कौन हैं तारकिशोर प्रसाद
तारकिशोर प्रसाद कटिहार सीट से बीजेपी के विधायक हैं. वे लगातार चौथी बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. उन्होंने इस बार आरजेडी के डॉक्टर राम प्रकाश महतो को हराया है. 2015 में लालू और नीतीश की मजबूत जोड़ी के बावजूद भी तार किशोर प्रसाद चुनाव जीतने में सफल हुए थे. इन्होंने पिछली बार जेडीयू के उम्मीदवार को पटखनी दी थी.
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तारकिशोर प्रसाद के बारे में जानिए
तारकिशोर प्रसाद कटिहार के मिर्चाइबाड़ी के रहने वाले हैं. वे 12वीं पास हैं और 64 साल के हैं. वे जाति से बनिया हैं. उनकी कुल घोषित संपत्ति 1करोड़ 90 लाख है. जिसमें 49 लाख 40 हजार की चल संपत्ति और 1 करोड़ 40 लाख की अचल संपत्ति है. उनके उपर एक आपराधिक मामला भी दर्ज है .
आम कार्यकर्ता को मैसेज देने की कोशिश
बीजेपी ने सरकार में व्यक्ति के बदले संगठन को महत्व दिया गया। पार्टी के जाने-अनजाने चेहरे को सत्ता की कमान सौंपकर पार्टी नया संदेश देने में भी कामयाब हुई है। दूसरा यह कि बीजेपी में परिवार और वंशवाद के बदले कार्यकर्ताओं को महत्व दिया जाता है। सुशील मोदी के बदले अगर तारकिशोर प्रसाद को विधानमंडल दल का नेता बनाया गया है तो पार्टी की यही सोच झलकती है।