बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। साथ ही कोरोना वायरस बिहार में अपना चरित्र बदल रहा है. बिहार में कोरोना बुजुर्गों से ज्यादा बच्चों को अपना शिकार बना रहा है.
कौन बन रहे हैं ज्यादा शिकार
बिहार में कोरोना सबसे ज्यादा शिकार बच्चों और युवाओं को बना रहा है । जबकि बाकी जगहों में कोरोना सबसे ज्यादा बुजुर्गों को अपना शिकार बना रहा है । स्वास्थ्य विभाग द्वारा आंकड़ों के मुताबिक बिहार में सबसे ज्यादा 0-20 साल के लोग हैं. ुसके बाद 21-30 साल के युवा कोरोना के शिकार हैं. तीसरे नंबर पर 31-40 साल. चौथे नंबर पर 51-60 साल, पांचवें नंबर पर 41-50 साल और छठे नंबर पर 61 साल से ज्यादा उम्र के लोग हैं
महिला से ज्यादा पुरुषों में संक्रमण
बिहार में महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में कोरोना का संक्रमण देखा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीजों में सबसे ज्यादा 58 फीसदी पुरुष और 42 फीसदी महिला हैं.
बन रहा है खतरनाक चेन
बिहार में कोरोना संक्रमण का चेन भी बहुत खतरनाक है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक मुंगेर में 1 शख्स से 29 व्यक्तियों में संक्रमण फैला तो वहीं, सीवान में एक व्यक्ति से 22 व्यक्तियों, नालंदा में एक शख्स से 19 व्यक्ति कोरोना संक्रमित हुए. तो वहीं पटना में एक व्यक्ति से 17 व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हुए. जो की बाकी जगहों से ज्यादा खतरनाक है.
कोरोना महामारी जिस तरह से अपना पांव पसार रहा है ऐसे में हम सब की जिम्मेदारी है कि खुद को बचाएं. इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. मास्क या गमछा लगाकर रखें. हाथ को थोड़ी थोड़ी देर पर साबुन और पानी से धोएं या सैनेटाइज करें. आरोग्य एप का डाउनलोड कर खुद को बचाएं