
कोरोना के नाम पर मनमाना वसूली करने वाले राजधानी पटना के एक प्राइवेट अस्पताल पर बड़ी कार्रवाई हुई है. जिला प्रशासन ने इलाज के नाम पर 6 लाख रुपए का बिल थमाने वाले प्राइवेट अस्पताल को सील कर दिया है.
क्या है पूरा मामला
मामला राजधानी पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र के पूर्वी इंदिरानगर स्थित जेडीएम हॉस्पिटल की है. जिसे जिला प्रशासन ने सील कर दिया है. अस्पताल को सील करने से पहले वहां वेंटीलेटर पर रखे गये दो मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कराया गया जबकि एक मरीज को अस्पताल प्रबंधन की ओर से दिन में ही डिस्चार्ज कर दिया गया था।
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नहीं हो सकी है गिरफ्तारी
मरीज से मनमानी वसूली करने के आरोप में डीएम के आदेश पर जिला कार्यक्रम समन्वय मनोज कुमार भारती की ओर से जेडीएम अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर, सहायक प्रबंधक, डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन समेत 5 नामजद आरोपितों के खिलाफ कंकड़बाग थाने में 18 अगस्त की रात में ही एफआईआर दर्ज करा दी गई थी। अस्पताल को सील करने का अल्टीमेटम भी दिया गया था। एफआईआर दर्ज करने के बाद बुधवार को कंकड़बाग थाना प्रभारी अजय कुमार ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने का दावा किया था लेकिन आरोपित अपने ठिकानों से गायब मिले।
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6 लाख से ज्यादा का थमाया था बिल
दरअसल, कोरोना के इलाज के नाम पर मरीज के परिजन से 6 लाख 34 हजार 200 रुपए भुगतान करने को कहा गया था.
जिसके बाद मरीज के परिजन ने जिला प्रशासन से शिकायत दर्ज कराई थी. प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद 2.50 लाख रुपए लेकर अस्पताल ने उस मरीज को डिस्चार्ज कर दिया है। मरीज के परिजनों से कच्चा बिल पर 6 लाख 34 हजार 200 रुपए वसूलने के लिए प्रताड़ित करने की लिखित शिकायत की थी।