मोदी सरकार की सबसे बड़ी योजना आयुष्मान भारत के लिए नालंदा जिले के सिर्फ 8 प्राइवेट अस्पतालों का ही चयन किया गया है. जिसमें एक अस्पताल डॉक्टर नीतीश कुमार का कुमार नेत्रालय भी शामिल है ।कुमार नेत्रालय के अलावा 7 और अस्पतालों को चयनित किया गया है।
कौन-कौन 8 अस्पताल हैं जानिए
1. कुमार नेत्रालय, बिहारशरीफ
2. जीवन ज्योति सुपर स्पेसशिटी हॉस्पिटल, बिहारशरीफ
3. ममता मदर एंड चाइल्ड हास्पिटल प्रा.लि, बिहारशरीफ
4. नालंदा नेत्रालय एंड मैनेरनिटी हॉस्पिटल प्रा.लि. बिहारशरीफ
5. नालंदा बोन एंड स्पाइन सेंटर प्रा.लि. बिहारशरीफ
6. माडर्न आई केयर, बिहारशरीफ
7. न्यू संजीवनी हॉस्पिटल, नूरसराय
8. श्रीराम गोविन्द रामप्यारे हॉस्पिटल, चंडी
यानि इन 8 अस्पताल के अलावे अगर आपको कोई आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज करने का दावा करता है तो वो गलत है. ऐसे में आपको सर्तक रहने की जरुरत है नहीं तो आपके कार्ड का पैसा उड़ा लिया जाएगा. मतलब कि दलालों के चक्कर में मत फंसे
इन 5 अस्पतालों के आवेदन अधूरे
नालंदा जिला के पांच ऐसे निजी अस्पताल हैं जिनका फॉर्म अधूरा पाया गया है। जिन पांच अस्पतालों के आवेदन में सुधार करना होगा उसमें
1.बासु सर्जिकल एंड यूरोलॉजी हॉस्पिटल, बिहारशरीफ
2.दृष्टि आई हॉस्पिटल, बिहारशरीफ
3.नेत्र ज्योति सेवा मंदिरम, वीरायतन राजगीर
4.सूर्या नर्सिंग होम, एकंगरसराय
5.आंख अस्पताल, हिलसा
यानि अगर ये पांच अस्पताल अपने आवेदन को पूरा कर देंगे तो इन्हें भी आयुष्मान भारत की लिस्ट में शामिल कर लिया जाएगा
इन अस्पतालों के आवेदन रद्द
होप क्लीनिक, बिहारशरीफ
तारा आरोग्य संस्थान, बिहारशरीफ
सिद्धि विनायक मेटरनिटी सेंटर एंड हॉस्पिटल, बिहारशरीफ
आनंद नर्सिंग होम, बिहारशरीफ
मौसम हॉस्पिटल, बिहारशरीफ
खुशी हॉस्पिटल, हिलसा
अभिनंदन नर्सिंग होम, अस्थावां
किसान नर्सिंग होम एंड हास्पिटल प्रा.लि., सिलाव
सांदली हास्पिटल प्रा.लि., हिलसा
सुधा सेवा सदन
सुहागी क्लिनिक
दृष्टि आई केयर हिलसा
जनता नर्सिंग होम, राजगीर
अभिनव चिकित्सा केन्द्र, तेल्हाड़ा
शारदा लक्ष्मी सर्जरी सेंटर
आलोक मल्टी स्पेसलिटी हॉस्पिटल
अपेक्स हॉस्पिटल
मातृत्व छाया हॉस्पिटल ,सोहसराय
विजेता नर्सिंग होम
ग्रेन्सटोन हास्पिटल,
ओपीसी प्रा.लि.,
चंदन नर्सिंग होम, चंडी
आशा हॉस्पिटल
आशीर्वाद सेवा संस्थान, धमौली
नालंदा सेवा सदन, बिहारशरीफ
मेडी केयर हास्पिटल।
दरअसल, नालंदा जिला में निजी अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना के तहत लिस्टिंग के लिए एक कमेटी गठित की गई थी. इस जांच दल का गठन 7 मई को किया गया था। जिसमें जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, डॉ. कृष्णा, डॉ. राजेश कुमार शामिल थे। 24 जुलाई तक 37 अस्पतालों द्वारा ऑनलाइन आवेदन की जांच करने के बाद आठ अस्पतालों को लिस्टिंग के लिए अनुशंसा की गयी है। पांच अस्पतालों द्वारा दिया गया आवेदन अपूर्ण था। इन्हें पूर्ण करना होगा।