बिहार में कोरोना महामारी तेजी से पैर पसारता जा रहा है . लेकिन सूबे के स्वास्थ्य मंत्री का कोई अता पता नहीं है. हालात ये है कि बारिश के दौरान एक महिला मरीज इलाज के लिए इमरजेंसी के बाहर घंटों लेटी रही लेकिन उसका सुध लेने वाला कोई नहीं मिला.
सीवान सदर अस्पताल का हाल
ये तस्वीर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के गृह जिले सीवान के सदर अस्पताल की है । जहां एक महिला इमरजेंसी वार्ड के बाहर घंटों पड़ी रही लेकिन कोई मदद के लिए आगे नहीं आया. तेज बारिश की बावजूद भी अस्पताल प्रबंधन ने उसकी मदद नहीं की. महिला मरीज बारिश में ऐसे ही घंटों पड़ी रही. इलाज के लिए मिन्नत करती रही. लेकिन किसी ने इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करना तो छोड़ दीजिए. बारिश में ही भीगने के लिए छोड़ दिया.
सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जागा प्रशासन
सोशल मीडिया पर महिला के तस्वीर वायरल होने पर जिला प्रशासन जागा और महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसका इलाज संभव शुरू हुआ है .साथ ही उसका कोरोना जांच भी कराई जाएगी
विपक्ष कई बार साध चुका है निशाना
स्वास्थ्य महमके में कुव्यवस्था के लिए विपक्ष कई बार स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना साध चुका है. चाहे वो चमकी बुखार का मामला हो या कोरोना का. स्वास्थ्य मंत्री अपनी निष्क्रियता के लिए जाने जाते हैं. और हां उन्हें डर भी क्यों हो. क्योंकि निष्क्रियता के बावजूद वो बीजेपी आलाकमान के पसंदीदा नेताओं में से हैं.
Few hours ago, A child of a fruit vendor living in vicinity of my house had Snake bite. It's heavily raining here, so he didn't found any convenience to rush to govt hospital. I took him on my bike, and there I saw a terrible scene.
1/n pic.twitter.com/MTnLHf9cR7— Shiblee (@_shiblee) July 19, 2020
शिबली नाम की यूजर ने ट्वीट कर कहा, ‘कुछ घंटे पहले, मेरे घर के पास रहने वाले एक फल विक्रेता के बच्चे को सांप ने काट लिया था। यहां भारी बारिश हो रही थी, इसलिए उसे सरकारी अस्पताल ले जाने के लिए कोई सुविधा नहीं मिली। मैंने उसे अपनी बाइक पर बैठाया और वहां मैंने एक भयानक दृश्य देखा। एक वृद्ध महिला दर्द से छटपटा रही थी और अस्पताल परिसर में खुले आसमान के नीचे फर्श पर पड़ी थी। मैंने अटेंडेंट से पूछा, उसे क्या हुआ है, उसने जवाब दिया वह कोरोना पॉजिटिव है। मैंने फिर पूछा, तुम लोग उसका इलाज क्यों नहीं कर रहे हो? उन्होंने कहा, कोई भी उसकी देखभाल करने के लिए साथ नहीं है। वह अकेली है। मैंने अस्पताल वालों से कहा कि अगर कोई उसकी मदद नहीं करेगा तो वह मर जाएगी। उन्होंने कहा कि हम क्या कर सकते हैं।’ यूजर ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने महिला को भर्ती कर उसका इलाज शुरू किया।