कोरोना की तीसरी लहर को लेकर देशवासियों के मन में आशंका है कि आएगी या नहीं भी आएगी ? जबकि विशेषज्ञों का कहना है कि तीसरी लहर तो जरूर आएगी। ऐसे में लोगों के मन में सवाल ये उठ रहा है कि तीसरी लहर अगर आती है तो कब आएगी ? साथ अगर आएगी तो कितना खतरनाक होगा? ऐसे में अलग-अलग विशेषज्ञों की अलग-अलग राय है । लेकिन भारत में कोरोना की दूसरी लहर की सटीक भविष्यवाणी करने वाले विशेषज्ञों ने थर्ड वेव यानि तीसरी लहर की भविष्यवाणी कर दी है। आपको बताएंगे कि कब तीसरी लहर की भविष्यवाणी की गई है । लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि किसने दूसरी लहर को लेकर सटीक भविष्यवाणी की 61थी।
किसने की थी दूसरी लहर की सटीक भविष्यवाणी?
कोरोना की पहली लहर के बाद हर किसी को लग रहा था कि अब भारत में कोरोना खतरनाक साबित नहीं होगा। सरकार भी मान चुकी थी भारत ने कोरोना को हरा दिया है । लेकिन दो ऐसे विशेषज्ञ थे जिन्होंने कोरोना की दूसरी लहर को लेकर भविष्यवाणी की थी। ये भविष्यवाणी IIT हैदराबाद के मधुकुमल्ली विद्यासागर और IIT कानपुर के मनिंद्र अग्रवाल ने की थी। दोनों की भविष्यवाणी सटीक साबित हुई थी ।
दूसरी लहर के बारे में क्या कहा था
कोरोना की दूसरी लहर को लेकर IIT हैदराबाद के मधुकुमल्ली विद्यासागर और IIT कानपुर के मनिंद्र अग्रवाल ने कहा था दूसरी लहर आएगी और रोजाना कोरोना के 4 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित होंगे। उनका ये आंकलन सौ फीसदी सही साबित हुआ
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कब आएगी तीसरी लहर
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर एक बाद दोनों विशेषज्ञों ने ताजा भविष्यवाणी की है । ये भविष्यवाणी भी मैथमैटिकल मॉडल पर आधारित है। रिसर्च में कहा गया है कि इसी महीने यानि अगस्त के दूसरे-तीसरे हफ्ते के बीच ही कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़नी शुरू हो जाएगी। यानि कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो जाएगी
कब होगा तीसरी लहर का पीक
विशेषज्ञों के मुताबिक 20 अगस्त के आस-पास तीसरी लहर की शुरुआत होगी। जिसका पीक अक्टूबर में आएगा। जब रोजाना एक से डेढ़ लाख नए मरीजों तक पहुंच जाएगी। यानि ये थर्ड वेव पीक पर होगा।
कितनी खतरनाक होगी तीसरी लहर
दोनों विशेषज्ञों का कहना है कि दूसरी लहर के मुकाबले तीसरी लहर ज्यादा खतरनाक नहीं होगी। दूसरी लहर के दौरान एक दिन में 4 लाख से ज्यादा नए मरीज मिले थे। जबकि तीसरी लहर में ये आंकड़ा 1 लाख के आसपास ही होगा। उनका मानना है कि स्थिति थोड़ी और बिगड़ी को आंकड़ा 1.5 लाख तक जा सकता है।
तीसरी लहर में कितने केस बढ़ेंगे?
तीसरी लहर कितनी गंभीर होगी इस सवाल के जवाब में विशेषज्ञों का कहना है कि ये केरल, महाराष्ट्र और ज्यादा केस वाले राज्यों पर निर्भर करेगा। हालांकि यह दूसरी लहर जितनी भयावह नहीं होगी।
कोविड प्रोटोकॉल और वैक्सीन ही उपाय
लोगों को फिर भी सतर्कता बरतनी ही होगी। यानी वैक्सीन के साथ कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करना होगा। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और पब्लिक गेदरिंग से लोगों को बचना होगा। इसके साथ ही वैक्सीनेशन भी तेज करना होगा, ताकि खतरे को ज्यादा से ज्यादा हावी होने से रोका जा सके।
ICMR ने भी दावा किया था
इससे पहले, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने भी अगस्त में ही थर्ड वेव आने का दावा किया था।ICMR का दावा था कि अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है, तो ये अगस्त के अंत के आसपास किसी भी समय आएगी। हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया था कि तीसरी लहर कितनी गंभीर होगी
अब तक 4.24 लाख लोगों की मौत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सोमवार को भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 40,134 नए मामले सामने आए। 422 लोगों ने जान गंवाई है। फिलहाल संक्रमण की कुल संख्या 3.16 करोड़ के पार है। इनमें 4.24 लाख लोगों की जान गई है। देश में सक्रिय मामलों की संख्या 4.13 लाख है। अब तक 3.08 करोड़ लोग महामारी से उबर चुके हैं। ठीक होने की दर 97.35% है।
36 दिनों से 50 हजार से कम केस
देश में लगातार 36 दिनों से रोजाना 50 हजार से कम नए मामले सामने आए हैं। वैक्सीन के 46 करोड़ से ज्यादा डोज लगाए जा चुके हैं। केंद्र सरकार ने दिसंबर तक बड़ी आबादी को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा है। केरल, महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर क्षेत्रों सहित 10 राज्यों में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने अपनी टीम इन राज्यों में भेजी है, जो वायरस को रोकने के लिए काम कर रहे हैं।