नालंदा में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक की ओर से थरथरी के कचहरिया हाईस्कूल में पायलट प्रोजेक्ट योजना के तहत व्यापक वित्तीय समावेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसकी शुरुआत नालंदा के डीडीसी सुब्रत कुमार सेन ने की। श्री सेन ने कहा कि सूबे के पहली बार नालंदा जिले के थरथरी प्रखंड अंतगर्त चार गांवों को डिजिटल बैंकिंग के लिए चुना गया है। डिजिटल बैंकिंग के लिए पहला चरण का कार्य पूरा हो चुका है। इस योजना से ग्रामीणों को घर बैठे कई फायदे मिलेंगे। किसी को भी पैसे की लेन-देन के लिए नकदी की जरूरत नहीं होगी। सारी बैंकिंग व्यवस्था कैशलेस की जाएगी।
चार गांव होगा डिजिटल –
डीडीसी ने बताया कि थरथरी प्रखंड के जुड़ी, कचहरिया, करियावां, मेहतरावां गांव को पायलेट प्रोजेक्ट के तहत मई माह तक डिजिटल बैंकिंग से लैस कर दिया जाएगा। इसके तहत गांव के प्रत्येक व्यक्ति को पहले चरण के तहत पासबुक खोल दिया गया है और सभी को एटीएम भी दिया गया है। डिजिटल बैंकिंग होने से ग्रामीणों को सामाजिक पेंशन, सुरक्षा बीमा सहित अन्य लाभ मिलेंगे ।
नुक्कड़ नाटक से होंगे जागरूक-
डीडीसी ने बताया को जिन गांवों को डिजिटल बैंक से जोड़ा गया है, उन गांवों में नुक्कड़ नाटक किया जा रहा है और लोगों को कैशलेस के लिए जागरूक किया जाएगा। एटीएम, पेटीएम, मोबाइल बैंकिंग, चेकबुक के माध्यम से ग्रामीण स्मार्ट बनेंगे। मौके पर नाबार्ड के सीजीएम, डीजीएम, एजीएम, डीडीएम, बीडीओ तरुण कुमार यादव, मुखिया सुनील कुमार, शाखा प्रबंधक, श्याम लाल चौधरी, प्रियरंजन कांत, जीविका डीपीएम उमाशंकर भगत, जीविका बीपीएम मुकेश कुमार एवं काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।