नालंदा में ग्रेजुएशन के छात्र की अपराधियों ने निर्मम हत्या कर दी। साथ ही हत्या को हादसे का रूप देने के लिए उसे रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया. ताकि लोगों को लगे ट्रेन से कटने से इसकी मौत हो गई है. लेकिन घटनास्थल से चाकू बरामद होने के बाद पूरा मामला खुल गया.
क्या है पूरा मामला
फतुहा-इस्लामपुर रेलखंड पर हिलसा रेलवे स्टेशन के पास से एक शव बरामद किया गया. पहले तो लगा कि ट्रेन से गिरने से युवक की मौत हुई है. लेकिन जांच के दौरान पुलिस को वहां से एक चाकू मिला. जिससे गुत्थी उलझ गई. मृतक की पहचान नूरसराय थाना क्षेत्र के प्रह्लाद नगर गांव के रहने वाले गौतम प्रसाद के बड़े बेटे चन्द्रलोक कुमार उर्फ सुजीत के रूप में हुई। परिजनों ने हत्या का केस दर्ज कराया है.
चार भाइयों में सबसे बड़ा था सुजीत
चन्द्रलोक कुमार उर्फ सुजीत चार भाइयों में सबसे बड़ा था। वो बचपन से ही अपने ननिहाल हिलसा थाना क्षेत्र के बेलबाबाग गांव में रहता था. वो अपने नाना द्वारका प्रसाद के यहां रहकर पढ़ाई कर रहा था। वो ग्रेजुएशन की पढ़ाई के साथ निजी स्कूल में पढ़ाता था।
नानी कहकर बाजार के लिए निकला था
परिजनों का कहना है कि वो अपनी नानी को कहा कि वो बाजार जा रहा है । लेकिन जब देर शाम तक नहीं लौटा तो उसके मोबाइल पर कॉल किया गया। सुजीत का मोबाइल भी स्वीच ऑफ था। इसी बीच देर रात थाना से सुजीत के शव की बरामदगी की सूचना मिली। थाना पहुंचते ही परिवार के लोग दहाड़ मारकर रोने लगे।
हत्या को हादसा का रुप देने की कोशिश
बदमाशों ने हत्या को आत्महत्या को रूप देने की भरसक कोशिश की। शव को रेलवे ट्रैक पर रखा ताकि लगे कि ट्रेन से कटकर युवक की मौत हो गयी। लेकिन शव पर मिले जख्मों से ऐसा प्रतीत होता है कि उसकी हत्या कर शव को ट्रैक पर फेंका गया है।