नालंदा जिला में पुलिस कस्टडी से एक कैदी फरार हो गया। जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। दरअसल, चार झपट्टामारों को रंगे हाथ गांव वालों ने दौड़ाकर पकड़ा था और पिटाई के बाद पुलिस को सौंप दिया था
क्या है पूरा मामला
चंडी थाना के सालेहपुर गांव पास बाइक सवार चार झपट्टामारों ने एक शख्स की मोबाइल छिन लिया. हल्ला मचाने पर गांव वाले इक्ट्ठा हो गए बदमाशों का पीछा किया. गांव वालों का आता देख बदमाश ने अपनी बाइक की स्पीड बढ़ा दी लेकिन नियंत्रण खोने की वजह से चारों बदमाश गिर गए. जिसके बाद गांव वालों ने धर दबोचा
गांववालों ने जमकर पिटाई की
जिसके बाद ग्रामीणों ने चारों को पकड़कर बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। मारपीट की सूचना मिलते ही चंडी के थानाध्यक्ष चंचल कुमार मौके पर पहुंचे और चारों को भीड़ के चंगुल से बचाकर अपने साथ थाने ले गए। इनमें एक बदमाश की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बदमाशों में सरमेरा थाना के धनामा काजीचक गांव का रहने वाला रुदल कुमार तथा दूसरा सरमेरा के गोपालबाद गांव का दीपक कुमार है। जबकि अन्य दो बदमाश नाबालिग हैं।
कोर्ट जाते वक्त भागा कैदी
रविवार दोपहर चंडी पुलिस चार में से दो आरोपी दीपक और रूदल को हिलसा कोर्ट में पेश करने ले जा रही थी। पुलिस ने कोर्ट जाने के लिए भाड़े का टेम्पो किया था. ऑटो जैसे ही हिलसा शहर में घुसा. वैसे ही जाम मिला. जिसकी वजह से टेम्पो की रफ्तार धीमी हो गई. दीपक ने हाथ से हथकड़ी सरका ली और कूदकर फरार हो गया। ये जानकारी मिलते पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा गया
कैदी के फरार होने की सूचना जैसे ही आलाधिकारियों को मिली. वैसे ही हिलसा पुलिस एक्शन में आ गई. खुद हिलसा के डीएसपी मोहम्मद मुत्तफिक अहमद ने मोर्चा संभाला. हिलसा के थानाध्यक्ष प्रेम राज चौहान, दारोगा ज्ञानेंद्र चौधरी, अशोक कुमार समेत कैदी की तलाश में जुट गए. शहर की सारी सड़कें सील कर दी गईं। 2 घंटों की मशक्कत के बाद सरदार पटेल कॉलेज के रास्ते में भाग रहे आरोपी दीपक पर पुलिस की नजर पड़ी। फिर उसे खदेड़कर पकड़ लिया गया। इसके बाद दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। पुलिस ने दीपक पर पुलिस हिरासत से भागने का अलग से मुकदमा दर्ज कर लिया है।