नालंदा जिला में स्वास्थ्य विभाग की गड़बड़ी का मामला सामने आया है। मरीजों के खाने में भी खेल हो रहा है। मरीजों को अंडा,ब्रेड,दूध और फल की जगह चावल दाल भी नहीं दिया जा रहा है। ऐसा ही मामला चंडी रेफरल अस्पताल में सामने आया है। जिसके बाद मरीज के परिजनों ने बवाल काटा
चंडी रेफरल अस्पताल में नहीं मिलता है खाना
चंडी रेफरल अस्पताल में भर्ती एक मरीज के परिजनों का दावा है कि अस्पताल में मरीज को खाना नहीं दिया जाता है। गुंजरचक गांव की रहने वाली अनिता देवी ने प्रीति देवी नामक मरीज के साथ अस्पताल में थीं। उन्होंने मरीज प्रीति देवी जो प्रसूता हैं, उनके लिए खाना मांगा, लेकिन खाना नहीं दिया गया। मांगने पर ठेकेदार के मुंशी ने कहा कि जिसको बोलना है बोलो उसका कुछ नहीं बिगड़ेगा। ऐसा ही आरोप मलबिगहा गांव की पनमा देवी ने लगाया। पनमा देवी की रिश्तेदार बुनीता देवी अस्पताल में भर्ती हैं। पनमा देवी ने ठेकेदार के आदमी को खाना देने के लिए कहा तो वो अनाप शनाप बोलने लगा।
मरीज के परिजनों ने किया हंगामा
ठेकेदार द्वारा मरीजों को खाना नहीं दिए जाने के बाद मरीज के परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। जिससे अस्पताल परिसर में अफरातफरी का माहौल हो गया। हालांकि बाद में स्वास्थ्यकर्मियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।
नहीं मिलता है फल और अंडा
अस्पताल में मरीजों के लिए खाने की व्यवस्था की गयी है। इसका जिम्मा निजी एजेंसी को दिया गया है। गर्भवती महिला को अस्पताल में रहने के दौरान चाय-नास्ता, ब्रेड, फल, अंडा, भोजन दिया जाना चाहिए। लेकिन मेन्यू के अनुसार खाना नहीं मिल रहा है। चावल और दाल खिलाकर मरीजों की सेहत से खिलवाड़ हो रहा है। सरकारी राशि का बंदरबांट किया जा रहा है।