नालंदा जिला में इंटर परीक्षा के कॉपियों की जांच शुरू हो गई है । इसके लिए जिले में पांच सेंटर बनाए गए हैं। परीक्षकों यानि कॉपियों की जांच करने वाले शिक्षकों ने अपना योगदान दे दिया है ।
कब तक चलेगी कॉपियों की जांच
नालंदा जिला में इंटर की कॉपियों की चेंकिग के लिए पांच सेंटरों पर की जा रही है । जिसमें नालंदा कॉलेज, किसान कॉलेज, सरदार पटेल कॉलेज, सोगरा कॉलेज और अल्लामा एकबाल कॉलेज शामिल हैं। कॉपियों की जांच 20 मार्च तक चलेगी। 15 मार्च तक इंटर विज्ञान की कॉपी का मूल्यांकन होगा। वहीं आर्टस पेपर का मूल्यांकन 20 मार्च तक पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
मोबाइल लान पर रोक
मूल्यांकन के दौरान परीक्षकों के मोबाइल इस्तेमाल पर रोक लगी है। इस बार नए सिस्टम के तहत अलग-अलग विषयों की कॉपियां अलग-अलग जिलों से आयी हैं। किसी एक जिले के सभी विषयों की कॉपियां नहीं आयी हैं।
नहीं हो पाएगी पैरवी
इस बार परीक्षा के बाद कॉपियों की भी बार कोर्डिग की गयी है। कॉपियों के उपर वाले पन्ने को हटा दिया गया और केवल उत्तर वाले पन्ने ही जांच में आये हैं। हर कॉपी पर एक खास कोड देकर जांच के लिए भेजा गया है। ऐसे में पैरवी कराने वाले अभिभावकों को कॉपी के बारे में सही जानकारी नहीं मिल पाएगी। तीन साल से कम शैक्षणिक अनुभव वाले शिक्षकों को भी जांच में नहीं लगाया गया है।
किस केंद्र के कौन हैं मूल्यांकन निदेशक
नालंदा कॉलेज – डॉ शैलेन्द्र कुमार
किसान कॉलेज- डॉ अरविंद कुमार सिन्हा
सरदार पटेल कॉलेज- प्रो उमेश प्रसाद
सोगरा कॉलेज- मो सगीरउज्जमा
अल्लामा एकबाल कॉलेज- मोइज़ करीमी।
मूल्यांकन केंद्र – परीक्षक- विषय
नालंदा कॉलेज- 106- हिन्दी
किसान कॉलेज- 32- अंग्रेजी
सरदार पटेल कॉलेज- 125- भूगोल,अंग्रेजी,उर्दू और मैथिली
सोगरा कॉलेज- 219 – केमेस्ट्री, भौतिकी, बायोलॉजी
अल्लामा एकबाल कॉलेज- 115- होमसाइंस, म्यूजिक, अर्थशास्त्र, पॉलिटिकल साइंस, साइकलॉजी, कम्प्यूटर और ऑपरेटर
तीन चरणों में होगी अंकों की जांच
मूल्यांकन केंद्र पर छह कंप्यूटर और 12 कंप्यूटर शिक्षक बहाल किये गये है। तीन चरणों में अंकों को कंप्यूटर में डाला जायेगा। केंद्र पर दो कमरे में तीन-तीन कंप्यूटर और ऑपरेटर को बिठाया जाएगा। पहले चरण में कॉपी में अंकित नंबर को उसके बैग नंबर और बारकोड से मिलान करना है।
एक दिन में 25 से 30 कॉपी जांच करेंगे
मूल्यांकन केंद्र निदेशक विद्यालय के वरीय और अनुभवी शिक्षकों में से तीन को सहायक मूल्यांकन केंद्र निदेशक के रूप में नियुक्त करेंगे। इनके बीच परीक्षकों के अनुपात में विषयवार उत्तर पुस्तिकाओं का वितरण किया जाएगा। इस बार एक परीक्षक एक दिन में 25 से 30 उत्तर पुस्तिकाओं की ही जांच करेंगे।