बिहार में पेपर लीक पर कब प्रहार होगा.. कब तक अभ्यर्थी पेपर लीक के शिकार होंगे.. सॉल्वर गैंग का कब समूल नाश होगा.. ये सवाल बिहार के हर उस छात्र औऱ माता-पिता का है । जो सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं.. या मेडिकल इंजीनियरिंग में एडमिशन करना चाह रहे हैं । पहले NEET और अब SSC परीक्षा में फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है ।
एएससी MTS में फर्जीवाड़ा
SSC के MTS की परीक्षा में फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है । 10 से 12 लाख रुपए में SSC MTS एग्जाम परीक्षा पास कराने की डील हुई थी। इस मामले में एक्शन भी हुआ है । जिसमें जेडीयू नेता की गिरफ्तारी हुई है । साथ ही इसमें नालंदा का भी कनेक्शन सामने आया है । SSC MTS की परीक्षा का सेंटर पूर्णिया डिजिटल में था। जहां पूरा सेटिंग औऱ गेटिंग का खेल हुआ था । इसके लिए जेडीयू नेता ने 3 लाख रुपए खर्च किया था ।
किस-किस की गिरफ्तारी
इस मामले में पूर्णिया पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है। जिन लोगों के नाम आ रहे हैं । उसमें कटिहार का रोशन मंडल, वैशाली के बेलसर का विवेक सिंह और नालंदा के नूरसराय का राहुल राज है। रोशन कटिहार के युवा जेडीयू का जिलाध्यक्ष है और उसकी भाभी कटिहार में ही जिला पार्षद है।
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ऑब्जरर्वर पर भी FIR
पूर्णिया पुलिस ने प्रयागराज SSC में कार्यरत फ्लाइंग ऑब्जर्वर इजहार आलम पर भी केस दर्ज किया है। दरअसल, अब तक पूछताछ के दौरान कर्मचारियों ने बताया है कि रोशन मंडल, विवेक सिंह और राहुल राज की इजहार आलम के साथ सांठगांठ है। इजहार आलम को ही पूर्णिया डिजिटल का फ्लाइंग ऑब्जर्वर बनाया गया था।
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किस-किस की तलाश
पुलिस अब माफियाओं रोशन मंडल, विवेक सिंह, राहुल की तलाश में छापेमारी कर रही है। इस मामले में शामिल दूसरे आरोपी शुभम आनंद, कृष्णा और कन्हैया की संलिप्तता की जांच भी की जा रही है। पूर्णिया पुलिस पटना, कटिहार, वैशाली सहित कई जिलों में छापेमारी कर रही है। इसके पहले दानापुर पुलिस मुजफ्फरपुर और गया के ऑनलाइन एग्जामिनेशन सेंटर पर छापेमारी कर चुकी है।
एग्जाम सेंटर को मैनेज किया
SSC MTS एग्जाम में फर्जीवाड़ा की साजिश कई महीने पहले से रची जा चुकी थी । एग्जाम माफियाओं तक जानकारी पहुंच गई थी कि परीक्षा TCS लेने जा रही है। इसके बाद विवेक, रोशन और राहुल ने अपने गिरोह के साथ पटना में मीटिंग की थी और फिर पूरा खेल रचा ।
जांच में अब तक क्या क्या मिला
पूर्णिया पुलिस SSC के ऑब्जर्वर इजहार आलम के खिलाफ अब सबूत जुटा रही है। जांच में अब तक पाया गया है कि फ्लाइंग ऑब्जर्वर इजहार आलम की टीम जांच के लिए पूर्णिया डिजिटल पहुंची। महज खानापूर्ति कर आधे घंटे में ही चली गई।
और कौन कौन है शामिल ?
ऑनलाइन एग्जामिनेशन में फर्जीवाड़े का ये पहला मामला नहीं है । इससे पहले भी कई एग्जाम में सेंटर मैनेज की शिकायतें आ चुकी है । साल 2023 में अमीन बहाली में गड़बड़ी को लेकर अगमकुआं थाने में एक परीक्षा केंद्र पर केस हुआ था। मार्च 2023 में बिहार एसएफसी की परीक्षा में खगौल के ऑनलाइन सेंटर में गड़बड़ी की गई थी।वहीं, फर्जीवाड़े के बाद सेंटर को सील कर दिया गया है। सेंटर की सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई है।
सॉल्वर भी पकड़े गए
आपको बता दें कि SSC MTS की परीक्षा देश भर में 30 सितंबर से 14 नवंबर तक हुई। यानि कुल 22 दिनों तक एग्जाम हुआ। इससे पहले की कई परीक्षाओं में पूर्णिया डिजिटल में हुआ। जहां फर्जीवाड़ा हुआ था। इस बात का खुलासा एक सॉल्वर ने किया । उसने बताया कि वो इससे पहले छह बार पूर्णिया डिजिटल सेंटर पर सॉल्वर बन चुका है। तो वहीं, दूसरे सॉल्वर ने कबूला कि वो चार बार सॉल्वर बना है।