यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अच्छी ख़बर है. केंद्र सरकार ने सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे छात्रों को बड़ी राहत दी है. सरकार ने छात्रों को एक और मौका देने का फैसला लिया है.
एक और चांस मिलेगा!
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि वो यूपीएससी सिविल सेवा अभ्यर्थियों को एक बार की राहत के तौर पर अतिरिक्त मौका देने पर सहमत है. जो कोरोना महामारी के बीच 2020 की परीक्षा में अपने अंतिम प्रयास में शामिल हुए थे और उनकी आयु समाप्त नहीं हुई है. न्यायमूर्ति ए एम खानविल्कर की अध्यक्षता वाली पीठ के सामने केंद्र ने कहा कि राहत खासतौर पर केवल सिविल सेवा परीक्षा-2021 (सीएसई) के लिए ऐसे अभ्यर्थियों तक ही सीमित रहेगी जोकि सीएसई-2020 में अपने अंतिम प्रयास में शामिल हुए थे और सीएसई-2021 में बैठने के लिए जिनकी आयु समाप्त नहीं हुई है। ऐसे अभ्यर्थियों को एक और बार परीक्षा में शामिल होने का अवसर दिया जाएगा।
इसे भी पढ़िए-बिहार में छठी क्लास से आठवीं क्लास के स्कूल खुलेंगे.. जानिए कब से
किन छात्रों को मौका नहीं मिलेगा
उच्चतम न्यायालय में दाखिल दस्तावेज में केंद्र ने कहा कि ऐसे अभ्यर्थियों को राहत प्रदान नहीं की जाएगी, जिनका अंतिम प्रयास समाप्त नहीं हुआ है अथवा ऐसे उम्मीदवार जोकि विभिन्न श्रेणियों में निर्धारित आयु सीमा को पार कर चुके हैं। इसके अलावा, अन्य कारणों से परीक्षा में शामिल होने के लिये अयोग्य अभ्यर्थियों को भी सीएसई-2021 में राहत नहीं मिलेगी.
मिसाल के तौर न देखा जाए
केंद्र सरकार ने अदालत में ये भी कहा कि ये राहत केवल एक बार के अवसर के तौर पर सीएसई-2021 के लिए ही लागू रहेगी और इसे मिसाल के तौर पर नहीं देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस राहत को आधार बनाकर किसी तरह के निहित अधिकार का दावा पेश नहीं किया जाएगा।
8 फरवरी को अगली सुनवाई
अदालत ने केंद्र से इस दस्तावेज को वितरित करने को कहा और साथ ही याचिकाकर्ताओं को इस बारे में अपना जवाब दाखिल करने को कहा। शीर्ष अदालत ने कहा कि वह आठ फरवरी को इस मामले में सुनवाई करेगी।उल्लेखनीय है कि एक फरवरी को केंद्र ने अदालत से कहा था कि वह महामारी के चलते सीएसई-2020 के दौरान प्रभावित अभ्यर्थियों को एक और अवसर प्रदान नहीं कर सकता।