जेल में बंद एक कैदी ने कमाल कर दिखाया है। उसने देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा IIT में सफलता पाई है और ऑल इंडिया में 54वां स्थान प्राप्त किया है।
क्या है पूरा मामला
नवादा जेल में बंद एक युवक ने जेल से ही अपना भविष्य तलाश लिया। नवादा मंडल कारा में बंद एक विचाराधीन कैदी सूरज कुमार अब आईआईटी क्वालीफाई कर चुका है। इतना ही नहीं उसने अच्छे मार्क्स भी हासिल किए हैं। ऑल इंडिया में 54 रैंक प्राप्त किया है।
11 महीने से जेल में बंद
सूरज करीब 11 महीने से जेल में बंद है और जेल से ही सेल्फ स्टडी कर आईआईटी क्वालीफाई कर गया। आईआईटी रुड़की द्वारा जारी रिजल्ट में उसे 54वां रैंक मिला है।
IIT-JAM में सफलता
आईआईटी के द्वारा हर साल जॉइंट इंडियन टेस्ट फॉर मास्टर ( IIT – JAM ) का आयोजन करवाया जाता है। यह एक एंट्रेंस एग्जाम होता है जिसके माध्यम से 2 वर्षीय एमएससी प्रोग्राम कोर्स में दाखिला मिलता है।
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कौन है सूरज कुमार
सूरज कुमार उर्फ कौशलेंद्र कुमार नवादा जिला के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के मोसमा गांव का रहने वाला है।
हत्या के आरोप में जेल में बंद
सूरज पर आरोप है कि पिछले साल 19 अप्रैल को मौसमा गांव में 45 साल के संजय यादव की बुरी तरह पिटाई कर दी गई थी जिससे उसकी मौत हो गई थी।
वैज्ञानिक बनने का सपना
सूरज के परिवार का कहना है कि उसका सपना वैज्ञानिक बनने का है। इस सफलता का श्रेय पूर्व जेल अधीक्षक अभिषेक कुमार पांडे और अपने भाई वीरेंद्र कुमार को दिया है।