लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पहले महागठबंधन को महा झटका लगा है । हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और बिहार के पूर्व मंत्री महाचंद्र प्रसाद सिंह, पूर्व प्रदेश कांग्रेस महासचिव बिनोद शर्मा और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के भतीजे विजय सिंह कुशवाहा शनिवार को भाजपा में शामिल हो गए। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश कुमार और अन्य वरिष्ठ पार्टी नेता मौजूद थे।
2014 से बड़ा 2019 में मोदी लहर
भूपेंद्र यादव और सुशील मोदी दोनों ने उनके पार्टी में शामिल होने का स्वागत किया और कहा कि उनके भाजपा में शामिल होने से, खासकर ऐसे समय जब लोकसभा चुनाव हो रहे हैं, पाटी मजबूत होगी। सुशील मोदी ने कहा कि 2019 के चुनाव में ‘मोदी लहर’ 2014 की तुलना में कहीं अधिक मजबूत है। उन्होंने दावा किया कि सब आकलन धरे रह जाएंगे।
फातमी ने आरजेडी को दिया अल्टीमेटम
वहीं राजद का टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहम्मद अली अशरफ फातमी ने शनिवार को पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी और मधुबनी लोकसभा सीट से महागठबंधन उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। फातमी ने पार्टी को एक अल्टीमेटम भी दिया और कहा कि वह मधुबनी सीट से नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए 18 अप्रैल तक पार्टी के फैसले का इंतजार करेंगे।
शकील अहमद के लिए कुर्बानी को तैयार
फातमी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने मधुबनी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का फैसला लिया है और 18 अप्रैल को नामांकन पत्र दाखिल करूंगा। मेरे बारे में फैसला करने के लिए पार्टी के पास 18 अप्रैल तक का समय है।’ उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कांग्रेस पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ शकील अहमद को मधुबनी से टिकट देती है तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। लेकिन अगर शकील अहमद मधुबनी से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ते हैं तो वह उस सीट से चुनाव लड़ेंगे।