बिहार में नीतीश कुमार मोदी की जोड़ी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बिहार में बहार बरकार है. बिहार में नीतीश कुमार और मोदी की ऐसी आंधी चली है कि बड़े बड़े धुरंधर अपनी सीट नहीं बचा पाए. हालत ये है कि आरजेडी के उम्मीदवार पिछली बार जिन सीटों पर जीत दर्ज की थी वहां भी मुंह की खानी पड़ी है.
40 में से 38 सीटों पर आगे
बिहार में महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ रहा है. कई सुरमा चारों खाने चित हो गए हैं. उपेंद्र कुशवारा, जीतनराम मांझी, मुकेश सहनी जैसे लोग जो अपनी पार्टी के सर्वोसर्वा हैं . वे भी अपनी सीट नहीं बचा पा रहे हैं. 40 में से 38 सीट पर एनडीए जीत रही है . बीजेपी 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी जिसमें 16 पर जीतते दिख रही है. वहीं जदयू ने भी शानदार प्रदर्शन किया है. जदयू 17 में 16 सीटों पर विजय हासिल करती दिख रही है
एलजेपी का शानदार प्रदर्शन
रामविलास पासवान ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वो मौसम वैज्ञानिक हैं. वो हवा का रुख पहले ही भांप लेते हैं. रामविलास पासवान की पार्टी के सभी 6 उम्मीदवार प्रचंड बहुमत के साथ चुनाव जीतते दिख रहे हैं.
किन दो सीटों पर जीत रही है आरजेडी
आरजेडी सिर्फ दो सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है . लालू यादव की बेटी मीसा भारती पाटलिपुत्रा सीट से आगे चल रहीं हैं. वहीं, जहानाबाद सीट से आरजेडी नेता सुरेंद्र यादव जीत सकते हैं. सिर्फ ये दोनों ही उम्मीदवार हैं जो आगे चल रहे हैं. बाकी कहीं भी महागठबंधन के किसी नेता का खाता भी नहीं खुल रहा है पांच पार्टियों वाला ये गठबंधन, 40 में से सिर्फ 2 सीट पर लटकता दिखाई दे रहा है. जो तेजस्वी यादव लगातार लालू यादव के नाम पर वोट मांग रहे थे, लेकिन पूरा खेल ही पलट गया. एक तरफ से पहले ही उनकी पार्टी में रार चल रही थी, उनके भाई तेज प्रताप यादव लगातार धमकियां दे रहे थे. लेकिन लोकसभा चुनाव के नतीजों की बिजली अब उनपर कहर बनकर टूटी है.