स्मार्ट सिटी के तहत शहर को कम जगह में व्यवस्थित करने को लेकर कई प्रकार की योजनाएं बनाई जा रही हैं, ताकि शहरवासियों को यातायात एवं ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाया जा सके। साथ ही मार्केट आने वाली महिलाओं के लिए कोई शौचालय नहीं रहने के कारण काफी समस्याएं होती हैं, इसके लिए कम से कम 10 जगहों पर आधुनिक व उच्च क्वालिटी और स्लिम मॉडल के बायोडिग्रेडेबल ग्रीन टॉयलेट बनाए जाएंगे। इसके लिए नगर आयुक्त को जगह चिह्नित करने का निर्देश दिया गया है। पांच ऐसे जगह का चयन करना है जहां यातायात व्यवस्था बाधित न हो।
कमिटी बनाने का निर्देश
प्रमंडलीय आयुक्त ने सफाई व्यवस्था एवं यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए डीएम और नगर आयुक्त को कमिटी बनाने का निर्देश दिया। इसके अलावा शहर में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए डीएम, एसपी एवं नगर आयुक्त को पांच दिन के अंदर प्लान तैयार करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान चिह्नित स्थल पर हटाना सुनिश्चित करें। इसके लिए निगम को पर्याप्त पुलिस बल उपलब्ध कराने का निर्देश एसपी को दिया। इसके अलावा कुछ सड़कों को वन वे करने पर भी विचार किया जा सकता है। बैठक में नगर आयुक्त सौरभ जोरवाल, एसडीओ जनार्दन प्रसाद अग्रवाल, भूमिसुधार उप समाहर्ता, सीओ अरुण सिंह आदि थे।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
बैठक में प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में सभी योजनाओं पर कार्य योजना को प्रस्तुत किया गया। इसके अलावा अंतर्राज्यीय बस स्टैंड निर्माण, सड़क चौड़ीकरण करने, मछली मंडी को बाजार समिति में स्थानांतरण करने पर चर्चा की गई।
आम जनता के साथ करें विचार
प्रमंडलीय आयुक्त ने शहर के बाहर नए बस स्टैंड निर्माण के लिए आम लोगों से विचार करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया। उन्होंने कहा कि बिहारशरीफ काफी पुराना शहर है और आबादी भी घना है। ऐसे में योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए जगह का काफी अभाव है। इसके लिए लैंड पोलिंग सिस्टम के तहत आम नागरिकों से बात कर पीपी मोड पर जमीन लिया जा सकता है। अंतर्राज्यीय बस स्टैंड के लिए लोगों से बात कर पीपी मुड पर जमीन ले सकते हैं । स्टैंड से होने वाली आमदनी को जमीन के आधार पर पार्टनर शीप दिया जाएगा।