बिहारशरीफ हिंसा पर एक बार फिर सियासत गरमा गई है। बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा आज बिहारशरीफ पहुंचे थे.. जहां वे बिहारशरीफ हिंसा में मारे गए गुलशन के परिवार वालों से मिले।
दंगा में हुई थी हत्या
दरअसल, बिहार शरीफ दंगा में पहाड़पुरा के रहने वाले गुलशन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.. हिंसा के एक महीने बाद बीजेपी नेता आज बिहारशरीफ पहुंचे और गुलशन के परिजनों से मुलाकात की.. साथ ही आर्थिक मदद भी दी।
निर्दोषों को फंसा रही है
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नालंदा के डीएम.. सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिसने पत्थर चलाया, जिस ने हमला किया, शहर की शांति को तोड़ा, उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। निर्दोषों को पकड़कर जेल में बंद किया जा रहा है। जबरन लोगों को केस में फसाया जा रहा है। प्रशासन निष्पक्ष भाव से काम नहीं कर रहा है।
फाइल दोबारा खुलेगी
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने जिला प्रशासन को धमकी भरे अंदाज में कहा कि सत्ता बदली तो सभी फ़ाइल खुलेंगे। प्रशासन को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि हिम्मत है तो उन्हें गिरफ्तार कर दिखाएं।
आने से रोका गया
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि बिहारशरीफ में हिंसा के बाद दो बार आ चुके हैं। एक बार कानून व्यवस्था और धारा 144 का हवाला देकर उन्हें लौटा दिया गया। आज जब अधूरी रथयात्रा को पूरी करने के लिए आया तो जिला प्रशासन ने चोरी छिपे पहले ही शोभायात्रा को निकालकर पूरा कर दिया।
न्यायिक जांच की मांग
बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बिहारशरीफ हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है.. उन्होंने कहा कि बिहारशरीफ दंगा की रिपोर्ट पार्टी अलाकमान को दिल्ली भेजी गई है। बीजेपी इस मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग कर रही है। आज उनके बिहारशरीफ पहुंचने पर पुलिस का सख्त पहरा लगाया गया है। घटना के दिन अगर पुलिस रहती तो मर्डर नहीं होता। तो गोली नहीं चलती।