आगामी एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करेंगी. इसके लिए प्रक्रिया की शुरुआत हलवा रस्म के साथ हो गया है । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर समेत 50 अधिकारी हलवा रस्म में हिस्सा लिए
10 दिन तक रहेंगे नजरबंद
दरअसल, हलवा रस्म के साथ ही बजट के प्रिटिंग का काम औपचारिक रूप से शुरु हो जाता है. हलवा रस्म के बाद से मंत्रालय के 50 से अधिक लोग बजट बनाने में लग जाते हैं. बजट पेश होने 10 दिन पहले से ही इन लोगों को 24 घंटे नॉर्थ ब्लॉक में ही गुजारना होता है. यानि अब ये लोग अपने घर नहीं जाते हैं । इन्हें यहीं रहना होता है । यानि अगले 10 दिनों तक वे वित्त मंत्रालय में ही नजरबंद रहेंगे ।
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साल 1980 से नॉर्थ ब्लॉक में प्रिटिंग
साल 1980 से नार्थ ब्लाक के बेसमेंट में बजट छापने का काम किया जा रहा है. बजट के सभी दस्तावेज चुनिंदा अधिकारी ही तैयार करते हैं. इस प्रक्रिया में इस्तेमाल होने वाले सभी कंप्यूटर्स को दूसरे नेटवर्क से डीलिंक कर दिया जाता है. बजट प्रिटिंग के अंतिम चार-पांच दिन तो इन्हें घर से भी संपर्क की इजाजत नहीं होती.
हलवा रस्म क्यों
हलवा बनाने की रस्म काफी पहले से ही चली आ रही है. इस परंपरा के पीछे कारण यह है कि हलवे को काफी शुभ माना जाता है और शुभ काम की शुरुआत भी मीठे से की जाती है. एक रिसर्च के अनुसार मीठा खाने से सकारात्मकता और ऊर्जा का संचार होता है, इसी के चलते बजट में भी हलवा सेरेमनी की शुरुआत हुई. आमतौर पर हलवा बनाने की रस्म में बजट बनाने वाले अधिकारी ही शामिल होते हैं. वर्षों से चली आ रही परंपरा के मुताबिक प्रेस में एक बड़ी कड़ाही में हलवा बनाया जाता है जिसे वहां मौजूद सब लोगों में बांटने के बाद छपाई का काम शुरू होता है.
निर्मला सीतारमण का दूसरा बजट
देश की पहली महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का ये दूसरा बजट होगा. इससे पहले वे मोदी सरकार कार्यकाल में ही गत पांच जुलाई 2019 को बजट पेश कर चुकी हैं.