आतंकी घोषित होगा अनंत सिंह ? बने UAPA का पहला शिकार.. सीएम नीतीश को किया फोन

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बिहार के मोकामा क्षेत्र से बाहुबली निर्दलीय विधायक अनंत सिंह (Anant Singh) की मुश्किलें बढ़ गई है। अनंत सिंह पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है। अनंत सिंह को कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है ।

UAPA का पहला शिकार
बाहुबली विधायक अनंत सिंह पर शिकंजा कस गया है । अनंत सिंह पर UAPA यानि आतंकवाद निरोधी कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है । अनंत सिंह पहले शख्स हैं जिनके खिलाफ UAPA के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है । इस कानून के तहत उन्हें आतंकवादी घोषित किया जा सकता है । इसके लिए इसके लिए राज्य सरकार की इजाजत लेने की भी जरुरत नहीं होगी। साथ ही उनकी संपत्ति भी जब्त हो सकती है. यहा पर आपको बता दें कि विपक्ष के विरोध के बावजूद पिछले महीने मोदी सरकार ने ये कानून बनाया था जिसके मुताबिक आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त होने की आशंका के आधार पर संगठन के अलावा किसी अकेले व्यक्ति को भी आतंकी घोषित किया जा सकता है

लेडी सिंघम को मिली जांच की जिम्मेदारी
अनंत सिंह के खिलाफ जांच की जिम्मेदारी बाढ़ के एएसपी और लेडी सिंघम के नाम से मशहूर लिपि सिंह को दी गई है । यानि लिपि सिंह अनंत सिंह केस के आईओ होंगी. ऐसे में माना जा रहा है कि अनंत सिंह के दिन लद गए हैं .

NIA कर सकती है मामले की जांच
मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह के पैतृक घर से एके-47 रायफल, ग्रेनेड और बड़ी संख्या में कारतूस बरामद होने के बाद उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। अब इस मामले की जांच NIA कर सकती है। बता दें कि बिहार पुलिस ने छापेमारी के बाद इससे संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां NIA को सौंपी है जिसके बाद अब एनआइए इसकी जांच करेगी।

नीतीश कुमार ने नहीं उठाया फोन
अनंत सिंह की मुश्किलों उस समय ही बढ़ गई थी. जब उसके घर से एके 47 और हैंड ग्रेनेड बरामद हुए थे. अनंत सिंह को इस बात का इल्म हो गया था कि उनके बुरे दिन शुरू होने वाले हैं। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कई बार फोन किया. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका फोन नहीं उठाया.

शाह और राजनाथ से मिलेंगे
नीतीश कुमार से सहायता नहीं मिलने के बाद अनंत सिंह ने कहा कि अपने आपको निर्दोष साबित करने के लिए वो गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलने दिल्ली जा सकते हैं ।

मुझे फंसाया जा रहा है
छापेमारी के बाद एके-47 राइफल और प्रतिबंधित सामान बरामद होने के बाद अनंत सिंह ने पुलिस की टीम पर गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मुझे जान-बूझकर फंसाया गया है। मैं अपने गांव पिछले कई सालों से गया भी नहीं। पुलिस ये सब सामान साथ लाई थी और मुझे फंसाने की पूरी कोशिश की गई है। मैं इसके खिलाफ कोर्ट जाऊंगा।

राजनीतिक दुश्मनी निकाली जा रही
इतना ही नहीं अनंत सिंह ने पूरे मामले के लिए जदयू सांसद ललन सिंह और बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार को जिम्मेदार बता रहे हैं। उनका कहना है कि मुंगेर से ललन सिंह के खिलाफ उनकी पत्नी नीलम देवी ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था। इसी वजह से उन्हें परेशान किया जा रहा है । अनंत सिंह का कहना है कि सांसद ललन सिंह के इशारे पर लिपि सिंह उनपर कार्रवाई कर रही है। ऐसे में वे पुलिसिया कार्रवाई से काफी परेशान हो गए हैं।

बरामद एके 47 असेंबल किया हुआ है
दरअसल बाढ़ के नदावां गांव स्थित अनंत सिंह के घर से जो हथियार बरामद किए गए हैं उनमें दो ग्रेनेड मिले हैं जो HE 36 टाइप के हैं। वहीं विधायक के घर से बरामद किया गया एके 47 असेंबल किया हुआ है। असेंबल किया हुआ हथियार इस ओर इंगित करता है कि इसके सभी पार्ट्स अलग-अलग लाए गए और फिर इसे बनाया गया।

हथियार पर लिखे नंबरों से खुलेगा राज
पुलिस सूत्रों के अनुसार एके 47 पर मिले नंबर पुलिस की जांच के लिए बड़ा क्लू हो सकता है। दरअसल, बरामद हथियार के अलग-अलग पार्ट्स पर नंबर अंकित हैं। उन नंबरों के जरिये यह पता किया जा सकेगा कि हथियार कहां से और कब लाए गए थे? इस नंबर से पुलिस को इसके सप्लायर का पता भी चल सकता है।

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