नालंदा (Nalanda) जिले के बिहारशरीफ (Bihar Sharif) में सालों पहले बनी गोलापुर एयरपोर्ट (Golapur Airport) आज अपनी बदहाली की आंसू बहा रही है और फिर से अपनी जीर्णोद्धार के लिए सरकार से बाट जोह रही है.
एयरपोर्ट की जमीन पर अवैध कब्जा
बिहारशरीफ के गोलापुर एयरपोर्ट करीब 80 बीघा जमीन में बनी थी जो आज महज 10 से 15 बीघा जमीन में सिमट कर रह गई है. एयरपोर्ट की जमीन को आसपास के लोग अपने कब्जे में लेकर खेती कर रहे हैं तो कोई बड़ी-बड़ी मकान बना रहे हैं.
स्थानीय लोग भी चाहते हैं बने एयरपोर्ट
गोलापुर एयरपोर्ट की बदहाली देख ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि नालंदा जिले में एक एयरपोर्ट होना चाहिए और इसके लिए सरकार प्रयास करे. एयरपोर्ट की सैकड़ों एकड़ जमीन पर हो रहे अतिक्रमण पर रोक लगाने की जरूरत है. इतना ही नहीं, स्थानीय लोगों की मांग है कि इस पुराने एयरपोर्ट को अगर जीर्णोद्धार कर दिया जाए तो नालंदा में आने वाले पर्यटकों को गया और पटना नहीं उतरना पड़ेगा बल्कि इसी एयरपोर्ट पर उतर पास के राजगीर, नालंदा खंडहर, पावापुरी जैसे पर्यटक स्थल का भर्मण कर सकेंगे.
श्रवण कुमार ने मांग को जायज बताया
बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि जिले के लोगों की मांग जायज है. यहां देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को गया या पटना उतरकर आना पड़ता है. वैसे राजगीर खेल स्टेडियम के पास एयरपोर्ट बनाने की बातचीत चल रही है फिर भी हम नालंदा में एयरपोर्ट के लिए पहल करेंगे, ताकि देश-विदेश के लोगों को सहूलियत प्रदान हो सके.
अब देखना यह है कि पर्यटक स्थल नालंदा में आखिरकार कब तक पुरानी गोलापुर एयरपोर्ट को जीर्णोद्धार या नया एयरपोर्ट बनाकर देशी-विदेशी पर्यटक को सुविधा उपलब्ध कराई जाती है.