लेडी सिंघम के नाम से मशहूर लिपि सिंह की कार को लेकर सियासी बवाल मचा है । विपक्ष जेडीयू पर हमलावर है तो वहीं जेडीयू इस मामले में थोड़ी असहज नजर आ रही है ।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, बाहुबली विधायक अनंत सिंह का ट्रांजिट रिमांड लेने के लिए बाढ़ की एएसपी लिपि सिंह दिल्ली के साकेत कोर्ट पहुंची. लेकिन जिस गाड़ी से लिपि सिंह साकेत कोर्ट पहुंची अब उसे लेकर विवाद शुरू हो गया है लिपि सिंह जिस गाड़ी में बैठकर साकेत कोर्ट पहुंची थीं. उसपर जेडीयू एमपी का स्टीकर लगा था ।
विवाद क्यों
विपक्ष का आरोप है कि लिपि सिंह जिस कार में बैठकर दिल्ली के साकेत कोर्ट पहुंचीं थी वो कार जेडीयू एमएलसी रणवीर नंदन की थी. जिसपर एमपी स्टिकर लगा था । ऐसे में विपक्ष का कहना है कि लिपि सिंह अनंत सिंह मामले की जांच अधिकारी हैं। ऐसे में वो कैसे किसी जेडीयू नेता की गाड़ी का इस्तेमाल कर सकती हैं। विपक्ष का कहना है कि इससे साबित होता है कि लिपि सिंह जेडीयू के इशारे पर अनंत सिंह पर कार्रवाई कर रही हैं.
MLC की गाड़ी पर MP का स्टीकर क्यों
इतना ही नहीं विपक्ष ने अब उस गाड़ी पर लगे स्टिकर पर भी सवाल उठाया है। विपक्ष का कहना है कि जिस गाड़ी से लिपि सिंह कोर्ट पहुंचीं थी. वो गाड़ी जेडीयू के एमएलसी रणवीर नंदन की थी. ऐसे में एमएलसी की गाड़ी पर एमपी का स्टीकर कैसे हो सकता है ?
फंस गई जेडीयू
बहरहाल इस मामले में जेडीयू नेता सफाई देने से बच रहे हैं । हालांकि जेडीयू नेताओं का कहना है कि लिपि सिंह के पिता आरसीपी सिंह राज्यसभा सांसद हैं. ऐसे में वो एमपी अपने पिता की गाड़ी में जा सकती हैं. लेकिन एमएलसी की गाड़ी पर एमपी के स्टीकर पर वे चुप्पी साध रहे हैं
कांग्रेस ने कहा अनंत के खिलाफ साजिश
वहीं कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने लिपि सिंह के एक एमपी स्टिकर लगे हुए गाड़ी से एक पुलिस अधिकारी के कोर्ट जाने को गंभीर मामला बताया है. उन्होंने कहा कि साफ है कि अनंत सिंह को फ़साने की साज़िश रची जा रही है.