
केंद्र सरकार ने रहने के लिहाज से पहली बार देश के 111 शहरों की सूची जारी की है. जिसमें बिहारशरीफ को राजधानी पटना से बेहतर बताया गया है. ये सूची जीवन की सुगमता के आधार पर तैयार की गई है. जिसमें गवर्नेंस, सामाजिक ताना बाना, आर्थिक स्थिति, फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल है.
पटना से आगे निकला बिहारशरीफ
केंद्र सरकार की रिपोर्ट में रहने के लिहाज से देश भर के 111 शहरों में बिहार के तीन शहरों को शामिल किया गया है. हालांकि तीनों की रैंकिंग काफी खराब है. तीनों शहर नीचे से नंबर तीन चार और पांच पर हैं. यानि 111 शहरों की सूची में भागलपुर को 107वां, बिहाशरीफ को 108वां और पटना को 109वां स्थान मिला है। अब सोच लिजिए की हमारे शहर के हालात कैसे हैं.
पूरी लिस्ट देखने के लिए यहां क्लिक करें –ease-of-living-index-2018-full-rank-list
टॉप थ्री में महाराष्ट्र के शहर
जीवन की सुगमता के आधार पर जो सूची केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने तैयार की है उसमें सबसे ऊपर यानि नंबर एक पर पुणे, नंबर दो पर नवी मुंबई और तीसरे स्थान पर ग्रेटर मुंबई है। शहरी विकास मंत्रालय ने हर शहर में करीब 60 हजार नागरिकों का सर्वेक्षण किया है उसके बाद ये रिपोर्ट तैयार की है .
देश के टॉप-10 शहर
1. पुणे
2. नवी मुंबई
3. ग्रेटर मुंबई
4. तिरुपति
5. चंडीगढ़
6. ठाणे
7. रायपुर
8. इंदौर
9. विजयवाड़ा
10. भोपाल
इस रिपोर्ट की खास बात ये है कि सबसे ज्यादा शहर उत्तर प्रदेश में है. लेकिन उत्तर प्रदेश का कोई भी शहर
टॉप टेन में जगह नहीं बना सका है. वहीं झारखंड के दो शहरों को रांची को 68वां और धनबाद को 71वां स्थान पर प्राप्त हुआ है। अब बात राजधानी दिल्ली की कर लीजिए. राजधानी दिल्ली को टॉप 50 में भी जगह नहीं मिली है. दिल्ली को 65वां स्थान प्राप्त हुआ है.