नालंदा जिला के दीपनगर थाना के तुंगी गांव में मातम पसरा है. इस गांव में एक साथ तीन अर्थियां उठी है. राखी बांधने से पहले ही तीन बहनों ने दुनिया को अलविदा कह दिया
क्या है पूरा मामला
दरअसल, तुंगी गांव की तीन बच्चियां पानी से भरे गड्ढ़े में नहा रही थीं। उसी दौरान तीन बच्चियां डूबकर मर गईं. मरने वालों में दो सगी और एक चचेरी बहन है। धर्मेंद्र सिंह की 10 साल की बेटी पूजा कुमारी और 6 साल की लाडली कुमारी है। जबकि तीसरी बच्ची पिंटू सिंह की 8 साल की बेटी दामिनी कुमारी है
परिजनों का क्या कहना है
परिजनों की मानें तो शाम पांच बजे बच्चियां और कुछ बच्चे खेलने निकले थे। उसी दौरान तीनों बच्चियां पानी भरे गड्ढ़े में नहाने लगी। पानी अधिक होने के कारण तीनों बच्चियां डूबने लगी। इस दौरान दस वर्षीया बच्ची पूजा बचाव-बचाव का शोर मचा रही थी। गड्ढ़े के बाहर उसका छोटा भाई था। बहनों को डूबता देख आकाश भाग कर गांव पहुंचा और ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी। इधर, तीनों बच्चियां एक-दूसरे को बचाने के चक्कर में डूब गईं। ग्रामीणों को गड्ढ़े से बच्चियों की लाश मिली। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण के दौरान गांव में जेसीबी से कई जगह गड्ढ़ा कर दिया गया है। यह खतरनाक हो चुका है।
बेटियों को काबिल बनाने का टूटा सपना
पीड़ित पिता राजमिस्त्री का काम करते हैं. उनका सपना था कि उनकी बेटियां पढ़ लिख कर काबिल इंसान बन जाए। मौत के साथ पिता का सपना भी टूट गया। ग्रामीणों ने बताया कि पिता पेट काट कर बेटियों को पढ़ाने में लगा था।
सूनी रहेगी आकाश की कलाई
घटना का चश्मदीद आकाश सन्न है। उसकी दोनों बहनें कई दिनों से रक्षा बंधन की तैयारी कर रही थी। बहनें इकलौते भाई से कहती थी कि बिना गिफ्ट लिए वह राखी नहीं बांधेगी। मासूम आकाश भी बहनों से कह रहा था कि उसने गुल्लक में कुछ रुपए जमा किए है।