लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान के बीच सुप्रीम कोर्ट में भी राजनीतिक जंग जारी है. अवमानना मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना जवाब सुप्रीम कोर्ट में दाखिल कर दिया है. चौकीदार चोर है वाले बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष ने खेद जताया है लेकिन अपना जवाब देते हुए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को भी घेर लिया है.
राहुल ने दिया जवाब
सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपना जवाब दाखिल कर दिया. राहुल ने पुरानी दलीलों को ही आधार बनाया और कहा कि उनका मकसद सुप्रीम कोर्ट का अपमान करना नहीं था. हालांकि, इसी बहाने उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को घेरा और कहा कि बीजेपी भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को राफेल मामले में क्लीन चिट बनाकर बाहर फायदा उठा रही है. यानि कांग्रेस ने बीजेपी को फंसा दिया है.
केंद्र की अपील कोर्ट ने ठुकराई
केंद्र सरकार ने अपना हलफनामा दायर करने के लिए कोर्ट से और वक्त मांगा. जिसे चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने ठुकरा दिया. चीफ जस्टिस ने कहा है कि वो इस मसले पर आज शाम को ही सुनवाई करेंगे. कोर्ट में मंगलवार को राफेल से जुड़े मसले पर सुनवाई होनी थी. केंद्र की अपील है कि मंगलवार को होने वाली सुनवाई टाल दी जाए. जिसपर चीफ जस्टिस ने कहा है कि वो इस संबंध में आदेश जारी करेंगे.
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना करने का आरोप है. सर्वोच्च अदालत में राफेल मामले पर पुनर्विचार याचिका स्वीकारने के बाद राहुल ने अपने एक बयान में कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने भी स्वीकार कर लिया है कि चौकीदार चोर है. जिसके बाद बीजेपी की मीनाक्षी लेखी ने उनके खिलाफ याचिका दाखिल की थी.
इस पर राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से झटका लगा था और उन्हें अपने बयान को लेकर खेद प्रकट करना पड़ा था. सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा था कि उन्होंने कभी ऐसा (चौकीदार चोर है) नहीं कहा है. हालांकि, इस जवाब से भी सुप्रीम कोर्ट संतुष्ट नहीं था इसलिए याचिकाकर्ता की अपील पर राहुल गांधी को दोबारा अपना जवाब देने के लिए कहा गया था. पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सुनवाई के दौरान पूछा भी था कि चौकीदार कौन है?