उस समय हड़कंप मच गया जब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का विशेष विमान आसमान में गायब हो गया। विमान के गायब होते ही भारत और मॉरीशस में अधिकारियों के हाथ पांव फुल गए। दोनों देशों के बड़े अधिकारियों को कुछ समझ में नहीं आ रहा था। विमान का संपर्क राडार से टूट चुका था। करीब 14 मिनट तक दोनों देशों के अधिकारियों के सांसें फूली रही । लेकिन 14 मिनट बाद जब मॉरीशस के एअर टैफिक कंट्रोल( ATC) के संपर्क में विमान आया तब जाकर दोनों देशों के अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
दरअसल, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मॉरीशस होते हुए दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर रवाना हुईं थीं। वे वायुसेना के विशेष विमान आईएफसी-31 से त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट से भारतीय समयानुसार 2:08 बजे पर मॉरीशस के लिए उड़ान भरी थीं। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मुताबिक, भारतीय समयानुसार शाम 4:44 बजे मॉरीशस के एयरस्पेस में प्रवेश करने के बाद विमान वहां के एटीसी के संपर्क में नहीं आया।
बताया जा रहा है कि मॉरीशस एटीसी ने विमान में एक वीआईपी की मौजूदगी के चलते 30 मिनट इंतजार करने के सामान्य प्रोटोकॉल का पालन करने के बजाए 12 मिनट में आईएनसीईआरएफए अलार्म जारी कर दिया। यह अलार्म किसी विमान को आधिकारिक रूप से गायब होने का ऐलान करने के लिए जारी किया जाता है। मॉरीशस के इस कदम से भारतीय अधिकारियों की भी सांसे फूल गईं। हालांकि, 4:58 बजे विमान एटीसी मॉरीशस के संपर्क में आ गया और विमान की सुरक्षित लैंडिंग करा ली गई। जिसके बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।