पांच दोस्तों को मस्ती बहुत महंगी पड़ी. दोस्तों ने आपस में मिलकर नहाने का प्रोग्राम बनाया. उसके बाद नहाने के लिए नवादा के खखंदुआ पत्थर खदान जा पहुंचे. जहां डूबने से चार लोगों की मौत हो गई. जबकि पांचवें को किसी तरह बचाया गया । मरने वाले सभी नवादा के अकबरपुर थाना क्षेत्र के पचरुखी गांव के रहने वाले हैं.
क्या है पूरा मामला
नवादा के अकबरपुर थाना क्षेत्र के पचरुखी गांव के रहने वाले अरबाज, अमजद,गुलफाम,सादिक अंसारी उर्फ राजा और शाहिद ने नहाने का प्रोग्राम बनाया। फिर पांचों मिलकर खखंदुआ पत्थर खदान में भरे पानी में नहाने गए.
दोस्तों के बचाने के चक्कर गई जान
हादसे में बचे शाहिद का कहना है कि पहले तो सब सड़क के तरफ नहा रहे थे. तभी एक दोस्त ने दूसरी तरफ नहाने की बात कही। पहली तरफ पानी कम था और गंदा था। सड़क के दूसरी तरफ जैसे ही कूदे खदान की ख़तरनाक गहराई में चले गए। इस दौरान अरबाज डूबने लगा. उसका दोस्त गुलफाम उसे बचाने के लिए उसका पकड़ा. जिसके बाद दोनों डूबने लगे. इसे देख अमजद अपने दोस्तों को बचाने के लिए हाथ पकड़ता है. फिर तीनों डूबने लगे. चीख सुनकर राजा बचाने की कोशिश करने लगता है और फिर वो भी डूब जाता है।देखते ही देखते एक के बाद एक चारों युवक को पत्थर खदान की गहराई ने लील लिया। कुछ देर पहले तक हंसी-ठिठोली कर रहे चार छात्र सही से चीख भी नहीं पाए और कुछ मिनटों में ही चार सांसें थम गई। शाहिद किसी तरह हाथ हाथ छुड़ा लेता और वो बच जाता है .
200 फीट से ज्यादा गहरी है खदान
जिस खदान में डूबकर युवकों की मौत हुई है वो काफी गहरी है। कई जगह तो इसकी गहराई 200 फीट से भी ज्यादा बताई जाती है। स्थानीय लोग बताते हैं कि खनन विभाग की लापरवाही और खनन एजेंसी की मनमानी की वजह से ऐसे हादसे लगातार हो रहें हैं। इस क्षेत्र में आधा दर्जन से ज्यादा जगहों पर गहरे गड्ढे कर दिए हैं। बारिश से अब इसमें पानी भरा है। कई मौतें हुई है।
सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं
खनिज विभाग के अनुसार पुराने और बंद पड़े पत्थर खदानों पर इस तरह के हादसे रोकने के लिए सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। नए खदान के लिए कुछ गाईड लाइन है। जिले में कई अवैध खदान भी है। जहां लीज खत्म होने के बाद भी मुरम और पत्थर का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। यहां न तो तार फेंसिंग कर कोई सुरक्षा व्यवस्था की गई है ।