
मुखिया हत्याकांड का आरोपी और युवक के अपहरण के बाद हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा रईश राजवंशी चुनाव से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया है। भागने के लिए उसने पूरा फूलप्रुफ प्लान बनाया था। जिसमें जेल प्रशासन से लेकर पुलिसवाले सब फंस गए। इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस कप्तान ने एएसआई,दो हवलदार और दो पुलिसवाले को सस्पेंड कर दिया है। आपको बताएंगे कि कैसे नालंदा में कहां दिया था वारदात को अंजाम और भागने की प्लानिंग कैसे बनाई।
क्या है पूरा मामला
नवादा जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा रईश राजवंशी फरार हो गया है । उसने पहले झूठे दस्तावेज के जरिए जेल प्रशासन को गच्चा दिया। फिर पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार हो गया ।
किस-किस पर हुई कार्रवाई
सजाफ्यता कैदी रईश राजवंशी के भागने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। नवादा के पुलिस कप्तान हरिप्रसाथ ने एएसआई सुलेमान हेंब्रम, हवलदार सत्येंद्र सिंह, इफ्तेखार खान, सिपाही संतोष कुमार चौधरी और बद्री राम को सस्पेंड कर दिया है ।
किस केस में सजायाफ्ता है रईश राजवंशी
रईश राजवंशी पर हत्या के कई आरोप हैं। वो नालंदा के एकंगरडीह के प्रमोद कुमार हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहा था। प्रमोद कुमार की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी । रईश साल 2009 से ही जेल में बंद था। रईश नेहालुचक के मुखिया कारू यादव हत्याकांड में भी आरोपी है । साल 2003 में हुई थी कारू यादव की हत्या ।
कैसे बनाई भागने की पूरी प्लानिंग
नवादा जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा रईश राजवंशी ने जेल प्रशासन से अपनी बेटी की शादी में शरीक होने की इजाजत मांगी। इसके लिए उसने शादी का कार्ड जेल प्रशासन को दिया। जिसके बाद जेल प्रशासन ने बिना जांच किए उसे पेरोल( एक तरह की जमानत) शादी में शामिल होने की इजाजत दे दी। उसकी सुरक्षा में दारोगा, दो हवलदार और दो पुलिसवाले को लगाया गया।
शादी का कार्ड ही झूठा था
अब जांच में ये बात सामने आ रही है कि रईश राजवंशी का कोई औलाद नहीं है। वो अपनी भतीजी की शादी के कार्ड का डुप्लीकेट कार्ड बनवाया। जिसपर लड़की के पिता के नाम की जगह रईश राजवंशी ने अपना नाम लिखवाया और पेरोल के लिए उसे जेल प्रशासन के सामने पेश किया
जेल प्रशासन ने नहीं करवाया सत्यापन
नियम के मुताबिक अगर कोई कैदी बेटी या बेटे की शादी का कार्ड देकर पेरोल मांगता है तो उसका सत्यापन पहले थाना के जरिए कराया जाता है । लेकिन इस मामले में शादी की कार्ड का सत्यापन नहीं कराया गया और वो अपनी भतीजी की शादी में शामिल होने अपने घर आया।
कैसे पुलिस को दिया चकमा
रईश राजवंशी नवादा जिले के सीतामढ़ी थाना के अषाढ़ी गांव का रहने वाला है। 9 मार्च को उसके भाई जोगेंद्र राजवंशी के बेटी शादी थी। शादी सीतामढ़ी स्थित रजवार समाज मंदिर में था। उसकी शादी हिसुआ थाना के मंझवे गांव के बबलू राजवंशी के बेटे नीतीश कुमार के साथ हुई। रईश भी शादी में धूमधाम से शामिल हुआ। गांववालों के मुताबिक वो पहले पुलिस वालों को विश्वास में ले लिया। पुलिसवालों का जमकर आवभगत किया गया। लेकिन शादी समारोह से लौटते वक्त कहा कि उसे शौच पर जाना है । इस दौरान उसका एक सहयोगी स्कॉर्पियो लेकर तैयार था। जिसमें बैठकर वो फरार हो गया।
नवादा में लोकसभा के साथ साथ विधानसभा सीट पर चुनाव होने हैं। ऐसे में चुनाव से पहले उसके भागने पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है । अब मामला बढ़ने पर डीएम एसपी ने इस मामले में रिपोर्ट मांगा है ।