आपने शादियां तो कई देखी होगी.. शादी ठीक होने पर उसे टूटते हुए भी सुना होगा.. बारात आने वाले दिन बारात नहीं आई.. ये भी सुना होगा.. लेकिन शायद पहली बार आप सुने होंगे कि वरमाला पहनाने के वक्त दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया.
क्या है पूरा मामला
लड़का और लड़की वालों ने धूमधाम से शादी की तैयारी की थी.. शादी वाले दिन बारात भी पहुंच गई.. बारात का ग्रैंड वेलकम भी हुआ.. लड़का पक्ष के लोगों ने दरवाजा लगाते वक्त जमकर डांस भी किया.. समधी मिलन भी हो गया.. अब बारी जयमाला की थी..
स्टेज पर क्या हुआ ?
दूल्हा जब बारात लेकर लड़की वालों के घर पहुंचा.. तो वहां वरमाला के लिए बड़ा सा स्टेज लगा था.. दूल्हा को स्टेज पर रखे कुर्सी पर बैठाया गया.. दूल्हे के साथ सहवाला भी स्टेज पर मौजूद था.. बाकी बाराती सामने लगी कुर्सी पर बैठी थी.. अब इंतजार दुल्हन का हो रहा था.. दुल्हन आई.. वो उसके चेहरे से खुशी से झलक रही थी.. उसके दिल दिमाग में सात जन्मों का सपना फिल्म की सीन की तरह चल रहा था..
दु्ल्हन की सहेली भी मौजूद
दुल्हन अपनी सहेली और घर की कुछ और महिलाओं के साथ स्टेज पर पहुंची.. वो थोड़ी शरमा भी रही थी.. बारात वाले मजाक भी कर रहे थे.. दुल्हन की सहेली भी हंसी ठिठोली कर रही थी.. दुल्हन भी हल्की हल्की मु्स्करा रही थी.. लेकिन अब तक उसने दूल्हे को नहीं देखा था।
अचानक शादी से इनकार क्यों ?
दुल्हन का नाम किट्टू कुमारी है.. जयमाला से पहले अपने सपनों के राजकुमार को नहीं उसने नहीं देखा था… जैसे उसके सहेलियों ने जयमाला किट्टू के हाथ में दिया और दूल्हे को पहनाने के लिए कहा.. उसने अपने होने वाले पति की ओर नजरें उठाकर देखा.. और देखते ही उसने शादी से इनकार दिया।
पहले तो मजाक लगा
वहां मौजूद लोगों को लगा कि दुल्हन मजाक कर रही है..वो पहले निलेश को जयमाला पहनाना नहीं चाहती है.. फिर लोगों ने दूल्हे को दुल्हन के गले में जयमाला डालने को कहा.. लेकिन दु्ल्हन ने जयमाला पहनने से इनकार कर दिया..
दुल्हन का क्या है कहना
दरअसल,दूल्हे को देखने के बाद दुल्हन का मूड खराब हो गया था. दुल्हन ने दो टूक कह दिया कि इससे वो शादी नहीं करेगी.. दुल्हन का कहना था कि दूल्हे की उम्र ज्यादा लगती है और रंग भी सांवला है.. साथ ही उसका ये भी कहना था कि वो शराब के भी नशे में था. इसलिए शादी नहीं करना चाहती है.
कहां का है मामला
मामला भागलपुर जिले के कहलगांव के रसलपुर थाना क्षेत्र का है.. जहां विनोद मंडल की बेटी किट्टू कुमारी की शादी धनौरा के रहने वाले डॉ वीरेंद्र सिंह के बेटे निलेश कुमार सिंह से होनी थी. निलेश बारात लेकर किट्टू के घर पहुंचा था. लेकिन लड़की ने शादी से इनकार कर दिया।
लड़की ने किसी न सुनी
लड़की के इनकार के बाद.. सोचिए कितना हंगामा पसर गया होगा.. लड़के के पिता ने लगायी गुहार लगाई लेकिन लड़की न मानी.. दुल्हन के माता-पिता सहित सभी रिश्तेदार जयमाला पहनाने के लिए कहते रहे. हाथ जोड़कर विनती की, लेकिन दुल्हन अपने निर्णय से टस से मस नहीं हुई और वह शादी से इंकार करते हुए जयमाला स्टेज से उतरकर अपने कमरे में चली गयी
फिर क्या हुआ
रात भर लोग लड़की को मनाने की कोशिश करते रहे.. लेकिन लड़की है कि मानी नहीं.. आखिरकार बिना शादी और दुल्हन लिए ही बारात को लौटना पड़ा.. अब इस बात कि चर्चा पूरे इलाके में है.. लेकिन लोग लड़की की हिम्मत को भी दाज दे रहे हैं कि उसने जो किया अच्छा किया ।
ये बड़ी सीख है
हालांकि ये तब और अच्छा रहता जब शादी तय हुई तब ही लड़की को इनकार कर देना चाहिए था.. हालांकि ये घटना उन माता पिता के लिए भी सबक है.. जो शादियों में अपनी बेटी की राय को जानने की जरुरत भी नहीं समझते हैं.. अब दौर बदल चुका है । माता पिता को शादी से पहले लड़कियों की मर्जी भी पूछनी चाहिए.. अगर ये पहले हो गया हो तो शायद ये बेइज्जती ना उठानी पड़ती और ना ही फिजूल का खर्च होता