आपको सुनकर थोड़ा अजीब जरूर लग रहा होगा कि मूंछों की वजह से किसी की नौकरी चली गई। पुलिस के एक जवान को मूंछों का शौक रखना भारी पड़ गया।क्योकिं उसके अफसर को उसकी मूंछ पसंद नहीं थी। फिर क्या था अफसर ने कहा- नौकरी करो या मूंछें रखो। सिपाही ने भी जवाब दिया- राजपूत हूं, मूंछ हमारी शान है। नौकरी रहे या जाय मूंछ नहीं कटवाऊंगा।
क्या है मामला
मामला मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की है। जहां पुलिस कॉन्स्टेबल राकेश राणा को रौबदार लंबी मूंछ भारी पड़ गई है। उसे नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया
अभिनंदन की तरह मूंछे
राकेश राणा अपनी रौबदार मूंछ के लिए जाना जाता है। उसकी रौबदार मूंछ भी इंडियन एयरफोर्स के जांबाज ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्तमान की मूंछ जैसी है। उसके साथी भी उसे अभिनंदन कहते हैं। लेकिन अफसर को उसकी मूंछ पसंद नहीं आई और उसे सस्पेंड कर दिया।
जवाब में क्या कहा
सिपाही राकेश राणा ने जवाब में कहा कि राजपूत हूं। नौकरी रहे या न रहे। मूंछें नहीं काटूंगा। सर, पुलिस की नौकरी में मूंछ अच्छी लगती है। लगता है कि ये पुलिस का जवान है।
क्यों हुआ सस्पेंड
दरअसल, कॉन्स्टेबल राकेश राणा मध्यप्रदेश के को-ऑपरेटिव फ्रॉड एवं लोक सेवा गारंटी के विशेष पुलिस महानिदेशक के ड्राइवर पद पर तैनात हैं। सस्पेंशन का आदेश एआईजी प्रशांत शर्मा ने जारी किया है। आदेश में कहा गया कि सिपाही राकेश राणा का टर्नआउट चेक करने पर पाया गया कि उसके बाल बढ़े हुए हैं। मूंछ अजीब डिजाइन में गले पर है।
निलंबन आदेश में क्या लिखा है
सस्पेंशन ऑर्डर में लिखा है कि बाल और मूंछ बढ़ी रहने की वजह से राकेश राणा का टर्नआउट अत्यधिक भद्दा दिखाई दे रहा है। आरक्षक राकेश को टर्नआउट को ठीक करने के लिए बाल एंव मूंछ उचित ढंग से कटवाने के लिए निर्देश दिए गए थे। राकेश ने आदेश का पालन नहीं किया। यह यूनिफार्म सेवा में अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। इस कारण उन्होंने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जाता है।
राकेश बोले- राजपूत हूं…
हालांकि राकेश ने इस आदेश पर कहा, सर, मैं राजपूत हूं और मूंछ रखना मेरी शान है। नौकरी भले ही जाए पर मैं मूंछ नहीं काटूंगा। मैं पहले से इसी तरह मूंछ रखे हुए हूं। पाकिस्तान सेना के हाथों पकड़ने जाने के बाद ग्रुप कैप्टन अभिनंदन एक पहचान बन गए थे। उसके बाद से ही लोग उन्हें भी उनकी मूंछ के कारण अभिनंदन कहने लगे। मुझे निलंबन का आदेश मंजूर है, लेकिन मूंछ नहीं हटाऊंगा।