
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और बिहार की नीतीश कुमार सरकार की कथित जनविरोधी नीतियों के खिलाफ बिहार में विपक्षी महागठबंधन व वाम दलों का आज राज्यव्यापी ‘आक्रोश मार्च’ निकला। यह ‘आक्रोश मार्च’ राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में निकला। यह ‘आक्रोश मार्च’ पटना में गांधी मैदान से निकला।
‘आक्रोश मार्च‘ में राजद, आरएलएसपी, वीआईपी, हम ने भाग लिया
इस ‘आक्रोश मार्च’ में मुख्यरूप से आरएलएसपी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी, विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी, बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा समेत, राजद व कई वाम दलों के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
पटना में ‘आक्रोश मार्च‘ का नेतृत्व उपेंद्र कुशवाहा ने किया
बिहार की राजधानी पटना में ‘आक्रोश मार्च’ का नेतृत्व रालोसपा सुप्रीमो व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने किया। हालांकि इसमें नेता राजद नेता व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नहीं पहुंचे। ‘आक्रोश मार्च’ के पहले उपेंद्र कुशवाहा ने ट्विटर पर लिखा- सरकारी निरंकुशता अब चरम के पार है। पटना में ‘आक्रोश मार्च’ गांधी मैदान से जिला समाहरणालय तक गया, इसमें महागठबंधन के अलावा वाम दलों के सभी बड़े नेता शामिल थे।
‘आक्रोश मार्च‘ राज्यव्यापी था
‘आक्रोश मार्च’ पटना के अलावा गया, लखीसराय, दरभंगा, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, शेखपुरा, बेगुसराय, नवादा समेत बिहार के अन्य जिलों में महागठबंधन के अलावा वाम दलों के नेताओं ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया।