अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर बिहारशरीफ के श्रमकल्याण मैदान में धर्म सभा का आयोजन किया गया । जिसमें फायर ब्रांड नेता साध्वी प्राची ने एक बार फिर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा पूरजोर तरीके से उठाया। उन्होंने कहा कि सूर्य अपनी गर्मी छोड़ सकता है, चांद अपनी शीतलता छोड़ सकता है, सागर अपनी सीमा का उल्लंघन कर सकता है, लेकिन दुनिया की कोई ताकत राम मंदिर बनने से नहीं रोक सकती है।
‘राम को भूल जाना सरकार के लिए खतरे की घंटी
साध्वी प्राची ने कहा कि उनके जीवन का लक्ष्य राजनीति करना नहीं उनके जीवन का लक्ष्य है हिंदुओं की रक्षा और उसकी सुरक्षा करना। राम का नाम लेकर सत्ता का सुख भोगने वाली सरकारों को लेकर साध्वी प्राची ने बिना नाम लिए भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि राम को इस कदर भूल जाना सरकार के लिए खतरे की घंटी है, क्योंकि राम मंदिर को लेकर सरकार की ढुलमुल रवैये से संत समाज में भयानक आक्रोश है। जितनी जल्दी सरकार ने संशोधित एससी-एसटी एक्ट पर दिखाई उसी तरह रामलला के मुद्दे पर भी तेजी दिखाते हुए करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। नहीं तो जनता इन्हें सिंहासन से हटाने में देर नहीं करेगी।
मध्य प्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ के नतीजे राम मंदिर के निर्माण पर बेरुखी का ही नतीजा है। उन्होंने यह भी साफ किया कि राम मंदिर के मुद्दे पर भी सरकार कोई ठोस फार्मूला लाए जैसे एससी-एसटी एक्ट के लिए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटते हुए संशोधित एससी-एसटी एक्ट को संसद में पारित कर दिया उसी तरह सरकार को रामलला के लिए भी कानून लाकर राममंदिर निर्माण अविलंब कराना चाहिए। आतंकवादियों के लिए अगर कोर्ट रात में खुल सकती है तो फिर रामलला के लिए इतनी देर क्यों हो रही है।
इससे पहले कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विहिप के जिलाध्यक्ष राम बहादुर ने की। वही जिला मंत्री प्रो.आनंदी ने प्राणवोच्चर, एक्रागता मंत्र व विजय महामंत्र का सस्वर पाठ कराया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि नालंदा से 5 हजार राम भक्त मंदिर निर्माण में जाने के लिए तैयार है। दक्षिण बिहार के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.आर.एन.सिंह ने कहा कि अध्यात्मिक सिद्धांत के सृजन में संतों के आदेश को ब्रह्म वाक्य माना गया है। सभा में पूज्य संत वृंद के साथ साध्वी प्राची का आगमन एक नया इतिहास का सूत्रपात करेगा।