नालंदा जिला के चंडी के किंग का फैसला हो गया. साथ ही करीब एक महीने से चल रहा सियासी ड्रामा भी खत्म गया. निर्मला देवी दोबारा चंडी की प्रखंड प्रमुख बन गई हैं. निर्मला देवी ने विरोधियों के मंसूबों को चकनाचूर कर दिया.
निर्मला बनीं चंडी की किंग
निर्मला देवी ने साबित कर दिया कि वो हारकर जीतना जानती हैं. हरनौत विधायक हरिनारायण की करीबी माने जाने वाली निर्मला देवी ने प्रमुख की कुर्सी पर दोबारा कब्जा कर लिया है. प्रखंड प्रमुख चुनाव में हसनी पंचायत की निर्मला देवी का मुकाबला भगवानपुर पंचायत की सुभद्रा देवी से था. माना जा रहा था कि सुभद्रा देवी आसानी से निर्मला को हरा देंगीं। लेकिन निर्मला देवी बाजीगर निकलीं और हारी हुई बाजी जीत गईं. निर्मला देवी के पक्ष में 12 वोट पड़े तो वहीं सुभद्रा देवी को महज 10 वोट से संतोष करना पड़ा.
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कैसे बाजीगर बनीं निर्मला
इससे पहले 25 जुलाई को चंडी के तत्कालीन प्रखंड प्रमुख निर्मला देवी और उप प्रमुख पूनम देवी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई थी. अविश्वास प्रस्ताव में निर्मला देवी और पूनम देवी दोनों की बुरी तरह से हार हुई थी. दोनों को 22 में से महज 9 वोट ही मिले थे. यानि दोनों को 4-4 वोट से हार का सामना करना पड़ा. उसके बाद दोबारा 16 अगस्त को चंडी के प्रखंड प्रमुख और उपप्रमुख पद को लेकर चुनाव हुए. प्रमुख पद के लिए निर्मला देवी दोबारा मैदान में थीं. विरोधी भी मस्त थे, क्योंकि महज 20 दिन पहले ही उनकी कुर्सी छीन ली थी.
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लेकिन इस बार निर्मला देवी ने विरोधियों के चक्रव्यूह को तोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार थीं. वो इस बार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती थीं. मतदान के दिन निर्मला देवी और सुभद्रा देवी में मुकाबला था. अविश्वास प्रस्ताव हार चुकीं निर्मला देवी ने विरोधियों को पस्त कर दिया और 22 में से 12 वोट हासिल कर विजेता बन गईं. जबकि भगवानपुर की सुभद्रा देवी को महज 10 वोट ही मिले. जीत के बाद उन्हें प्रखंड प्रमुख की ताजपोशी की गई।
लॉटरी से खुली राजकुमार की किस्मत
प्रमुख के बाद उप प्रमुख पद के लिए चुनाव प्रकिया शुरू हुई, जिसमें गंगौरा पंचायत समिति सदस्य दयाशंकर यादव और सरथा पंचायत समिति सदस्य राजकुमार यादव के बीच टक्कर थी. दोनों को ग्यारह ग्यारह वोट मिले। दोनों के मत बराबर होने पर लॉटरी से फैसला कराने का निर्णय लिया गया। लॉटरी के लिए जेएसएस संतोष कुमार सिंह को प्रतिनियुक्त किया गया। जेएसएस ने बंद आंखों से लॉटरी निकाली जिसमे उप प्रमुख के पद के लिए राजकुमार यादव के नाम लॉटरी निकली और वे उप प्रमुख बन गए.
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आपको बता दें कि राजकुमार यादव निर्मला देवी के विरोधी गुट की हैं. यानि इस बार चंडी प्रखंड में बराबरी का टक्कर रहेगा. निर्मला देवी के लिए इस बार सबकुछ इतना आसान नहीं होगा. क्योंकि उप प्रमुख पर विरोधी गुट ने कब्जा जमा लिया है।