
पटना पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है । पुलिस की लापरवाही से बुधवार को पीएमसीएच से हत्या, लूट, अपहरण सहित 32 मामलों में आरोपी विजय सिंह उर्फ रणविजय सिंह हथकड़ी और रस्सी समेत फरार हो गया। वो पिछले साल दिसंबर से बेउर जेल में बंद था और पीएमसीएच के नेत्र विभाग में उसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। शौच के बहाने वह हथकड़ी और रस्सी समेत फरार हो गया। मामले में एक दारोगा और पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। पीरबहोर थाना पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है।
विक्रम के गोरखरी निवासी रणविजय सिंह पर परसा मुखिया की हत्या, लूट, रंगदारी, फिरौती के लिए अपहरण, दुष्कर्म सहित कई मामले दर्ज हैं। तीन साल तलाश के बाद वह पुलिस के हाथ लगा था। पिछले साल दिसंबर में गिरफ्तार कर बेउर जेल भेजा गया था। जेल में उसने आंख में परेशानी बताई।
22 मार्च को बेउर से उसे पीएमसीएच के नेत्र रोग विभाग में लाया गया। चिकित्सकों ने उसे भर्ती कर लिया। उसकी निगरानी के लिए पुलिस लाइन से एक दारोगा और चार पुलिसकर्मी की भी तैनाती हुई थी। पुलिस की मानें तो बुधवार दोपहर में उसने शौच जाने की बात कही। उस समय सिर्फ एक पुलिसकर्मी उसके साथ था। इसका फायदा उठाकर वह हथकड़ी और रस्सी समेत फरार हो गया। उसके फरार होने की खबर के बाद पीरबहोर थाना पुलिस ने कई जगह छापेमारी की गई, लेकिन रात तक उसका कोई सुराग नहीं मिला।
एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपित के साथ तैनात दारोगा और पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर विभागीय जांच का निर्देश दिया है। टाउन डीएसपी एसए हाशमी ने बताया कि पीएमसीएच के आसपास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं।