बिहारशरीफ के एक प्रेमी जोड़े ने गंगा नदी में कूदकर जान दे दी. दोनों प्रेमी जोड़े सुबह सुबह बाढ़ जा पहुंचे. पहले दोनों ने उमानाथ घाट मंदिर पर भगवान भोले को साक्षी माना और फिर गंगा नदी में छलांग लगा दी।
दोनों की पहचान हुई
प्रेमी जोड़े बिहारशरीफ के रहनेवाले थे। लड़के का नाम रामप्रवेश कुमार है और बिहारशरीफ के लहेरी थाना का रहने वाला था. जबकि लड़की की पहचान 16 साल की वर्षा कुमारी के तौर पर हुई. रामप्रवेश शादीशुदा था. लेकिन उसका दिल उसकी अपनी ही साली बर्षा पर आ गया. दोनों एक दूसरे को चाहने लगे. एक साथ जीने मरने की कसमें खाई.
भागकर शादी करना चाहते थे दोनों
रामप्रवेश अपनी साली वर्षा के प्यार में पागल हो चुका था. वर्षा अपने जीजा के साथ जीने के सपने संजोने लगी थी. लेकिन समाज को ये रिश्ते पसंद नहीं थे. मोहल्लावालों के मुताबिक रामप्रवेश और बर्षा के प्यार की भनक उसके परिवार वालों को लग चुकी थी. लेकिन जैसा अमूमन होता है लोग जीजा-साली के प्यार को हंसी ठिठोली में टाल देते हैं. लेकिन दोनों एक दूसरे के साथ जिंदगी बसाना चाहते थे. जब दोनों को लगा कि समाज और परिवार एक दूसरे को साथ नहीं होने देगा तो दोनों ने घर से भागने का प्लान बनाया
बिहारशरीफ से भागकर बाढ़ पहुंचे
बताया जा रहा है कि रामप्रवेश अपनी नाबालिग साली बर्षा को लेकर बाढ़ पहुंचा. बाढ़ में उमानाथ मंदिर में पहले दोनों ने भगवान भोले की पूजा की। फिर मंदिर की चारदीवारी पर बैठकर दोनों ने काफी देर तक बात.. लोग वहां पर सेल्फी और फोटो खिंचवाते हैं ऐसे में वहां मौजूद लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगी दोनों कुछ करने वाले हैं और अगले ही पल दोनों उठे और उफनती गंगा नदी में छलांग लगा दी.
लोगों ने पुलिस को दी सूचना
दोनों को बचाने का प्रयास भी किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली है. गोताखोरों और नागरिकों की मदद से राहत बचाव कार्य शुरू किया गया. सूचना मिलते ही बाढ़ पुलिस वहां पहुंची. और शवों की तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया.
अब तक नहीं मिले थे शव
गंगा में डूबे रामप्रवेश और वर्षा की तलाश में एसडीआरएफ को बुलाया गया है. फिलहाल दोनों के शव बरामद नहीं किए जा सके हैं. थैले से मिले कागजातों के आधार पर परिजनों को सूचित कर दिया गया है. जिसके बाद परिवार में कोहराम मच गया ।