निगरानी की टीम ने घूस लेते हुए एक सिविल सर्जन को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है । वो अपने एक कर्मचारी से 50 हजार रुपए का घूस ले रहा था।
डॉ रविंद्र कुमार गिरफ्तार
निगरानी की टीम ने सीतामढ़ी के सिविल सर्जन डॉ रविंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है । डॉ. रविंद्र कुमार अपने एक कर्मचारी से 50 हजार रुपए की घूस ले रहे थे। डॉ. रविंद्र कुमार नालंदा के सिविल सर्जन भी रह चुके हैं और वो शेखपुरा जिले के केवलबिघा के रहनेवाले हैं
क्या है पूरा मामला
निगरानी मुताबिक सिविल सर्जन डॉ रवींद्र कुमार ने प्रतिनियुक्ति के बदले डाटा इंट्री ऑपरेटर केशव कुमार से 50 हजार रुपए का घूस लिया था। डीएसपी सर्वेश कुमार सिंह के नेतृत्व में निगरानी की टीम ने सुबह 6.30 बजे डॉ कुमार को उनके डुमरा स्थित सरकारी आवास से गिरफ्तार किया. डाटा इंट्री ऑपरेटर केशव कुमार सीतामढ़ी जिले के रून्नीसैदपुर प्रखंड के भरथी गांव है.
पहले किया ट्रांसफर
19 अक्तूबर 2019 को सिविल सर्जन ने पांच डाटा इंट्री ऑपरेटरों का विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ट्रांसफर कर दिया था. इस सूची में केशव का ट्रांसफर रून्नीसैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से बैरगनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कर दिया गया था. 25 अक्तूबर को केशव ने बैरगनिया में अपना योगदान दिया.
फिर प्रतिनियुक्ति के लिए मांगा घूस
31 अक्तूबर को सिविल सर्जन को आवेदन देकर पुन: रून्नीसैदपुर सीएचसी में प्रतिनियुक्त करने की गुहार लगायी. इस पर सिविल सर्जन ने 60 हजार रिश्वत की मांग की. केशव ने इतनी रकम देने में असमर्थता जतायी तो बात 50 हजार पर बन गयी. इसके बाद ऑपरेटर ने निगरानी से इसकी शिकायत कर दी.
जिसके बाद निगरानी ने जाल बिछाकर घूसखोर सिविल सर्जन डॉ रविंद्र कुमार को गिरफ्तार कर अपने साथ पटना ले आई। जहां पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया ।