अपने ही बयान में फंसे गिरिराज सिंह.. बन गए देशद्रोही !

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केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है। लेकिन इस बार वो अपने ही बयान पर फंस गए हैं। अब लोग सोशल मीडिया पर गिरिराज सिंह से पूछ रहे हैं कि गिरिराज सिंह बताइए कौन है देशद्रोही ?

क्या है पूरा मामला
दरअसल, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh)ने तीन मार्च को पटना में हुई एनडीए की संकल्प रैली (Sankalp Rally) को लेकर बयान दिया था कि जो पीएम मोदी (PM Modi) की रैली में नहीं आएगा वो देशद्रोही होगा. लेकिन रविवार को हुई पीएम मोदी की रैली में वह खुद ही नहीं पहुंच पाए. मोदी में शामिल नहीं होने की पुष्टि उन्होंने खुद ट्वीट करके दी है. उनका वह पुराना बयान और रैली में शामिल न होने का ट्वीट दोनों ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.

गिरिराज ने पहले क्या कहा था
गिरिराज सिंह ने रैली से पहले बयान दिया था कि तीन मार्च को पटना के गांधी मैदान में होने वाली मोदी की संकल्प रैली में जो नहीं आएगा, वो देशद्रोही होगी. उन्होंने कहा था कि इस रैली से यह साबित हो जाएगा कि कौन पाकिस्तान के साथ खड़ा है और कौन हिन्दुस्तान के साथ. साथ ही कहा था कि जो हिन्दुस्तान के साथ होगा, वो पीएम मोदी के साथ खड़े दिखेंगे और जो पाकिस्तान के साथ होंगे, वो रैली में नहीं आएंगे. गिरिराज सिंह के इस बयान को लेकर जदयू ने आपत्ति जताई थी. इसके अलावा कांग्रेस और आरजेडी ने भी बीजेपी पर निशाना साधा था.

अब सफाई में गिरिराज ने क्या कहा
गिरिराज सिंह खुद ही पीएम मोदी की रैली में शामिल नहीं हो पाए. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि दो दिन पहले नवादा से पटना आने के क्रम में अस्वस्थ हो गया. इस वजह से नरेंद्र मोदी जी की संकल्प रैली में शामिल न हो सका. विशाल रैली और प्रधानमंत्री जी के सम्बोधन को टीवी पर देखा. देश के विकास के लिए और दुश्मनों के मंसूबो को तोड़ने के लिए जनता पुनः नमो को प्रधानमंत्री बनाएगी.

बता दें, पीएम मोदी ने रविवार को पटना में संकल्प रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता आतंकवाद, गरीबी, भ्रष्टाचार और काले धन को खत्म करने की है, लेकिन विपक्ष की प्राथमिकता मोदी को खत्म करने की है. राजग की संकल्प रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने अपनी सरकार की उपब्धियां गिनाते हुए कहा कि यह तभी संभव हो पाया है जब 2014 में आपने राजग को एक मजबूत जनादेश दिया. 2014 से लेकर अब तक का समय देश की बुनियादी आवश्यक्ताओं को पूरा करने का था. 2019 के बाद आगे का समय देश को 21वीं सदी में नई ऊंचाई पर पहुंचाने का है.

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