मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को राजगीर पहुंचे। सीधा उनका काफिला राजगीर के जरासंध के अखाड़ा जा पहुंचा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, स्थानीय सांसद कौशलेंद्र कुमार, नालंदा के डीएम डॉक्टर त्यागराजन, नालंदा के एसपी सुधीर कुमार पोरिका और सीएम नीतीश के सचिव चंचल कुमार भी मौजूद थे ।
20 मिनट तक किया अवलोकन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करीब 20 मिनट तक जरासंध के अखाड़ा पर रुके।मुख्यमंत्री ने वहां की संरचना को नजदीक से देखा। साथ ही मिट्टी का भी बारीकी से अवलोकन किया। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि यह धरोहर एएसआई (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) यानि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा प्रोटेक्टेड मोनुमेंट की लिस्ट में है, इसलिए इसके संरक्षण एवं विकास के लिए राज्य सरकार डायरेक्टर कार्रवाई नहीं कर सकती है।
मुख्यमंत्री ने कई सलाह दिए
सीएम ने कहा कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया राजगीर की सभी महत्वपूर्ण साइटों को बेहतर तरीके से विकसित करे। इससे युवा पीढ़ी को भी अपने गौरवशाली अतीत के बारे में जानकारी मिलेगी। यह हमारी अमूल्य धरोहर है। उन्होंने अखाड़े की बाहरी दीवार का निर्माण एवं अंदर की संरचना को लोहे के ग्रिल के माध्यम से घेराबंदी कर सुरक्षित करने की बात कही।
आर्थिक मदद का भी भरोसा दिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि वो एएसआई को यह सुझाव देंगे कि इसको किस तरह और बेहतर तरीके से विकास किया जा सकता है। अगर इसके विकास में एएसआई को आर्थिक मदद की जरूरत पड़ेगी तो राज्य सरकार देने को तैयार है। जरासंध अखाड़ा के विकास के लिए बेहतर डिजाइन बने ताकि लोग जब इसे देखने आएं तो यहां से जुड़े तथ्य भी जान सकें।
इस दौरान सीएम नीतीश कुमार अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते भी नजर आए। आपको बता दें कि राजगीर नीतीश कुमार का फेवरिट जगह है और महीने में एक या दो बार यहां का दौरा जरूर करते हैं।