
नालंदा जिला में कुंभकर्णी नींद में सोए जिला प्रशासन को जगाने के लिए लोगों को सड़क पर उतरना पड़ा। नाराज लोगों ने सड़क जाम किया और प्रदर्शन किया। जिसकी वजह से यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा ।
पीने के पानी की किल्लत के विरोध में प्रदर्शन
पीने के पानी की समस्या को लेकर राजगीर प्रखंड के दांगी गांव के लोग सड़क पर उतरे और राजगीर-इस्लामपुर हाइवे को जाम कर दिया। विरोध प्रदर्शन में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हुए। गांव के लोगों का कहना है कि हर घर नल जल योजना के तहत साल 2015 में ही रसीद काटा गया था, लेकिन आज तक नल नहीं लगाया गया
करीब तीन घंटे तक लगा रहा जाम
विरोध प्रदर्शन की वजह से राजगीर-इस्लामपुर रोड पर तीन घंटे से ज्यादा समय तक गाड़ियों की आवाजाही बाधित रही। जिससे राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों ने बड़े-छोटे किसी तरह के वाहनों को भी नहीं जाने दे रहे थे। जिसकी वजह से गाड़ियों की लंबी कतारें लग गयी। लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया ।
तीन साल पहले काटा गया रसीद
दांगी गांव के लोगों का आरोप है कि तीन साल पहले ही गांव में पाइप से पानी की सप्लाई को लेकर कनेक्शन के लिए रसीद काटा गया था। पाइप भी बिछाया गया। लेकिन, अबतक पाइप से घरों का कनेक्शन नहीं किया गया है।
गांव में चापाकल भी नहीं कैसे पीएं पानी
दांगी गांव में करीब 450 घर हैं। गांव वालों का कहना है कि पानी पीने के लिए एक भी सरकारी चापाकल भी नहीं है। कुएं भी सूख गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि हाल में तीन चापाकल गाड़ना शुरू किया गया। लेकिन, वे भी अधूरे पड़े हैं। इस कारण पेयजल का संकट दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। जनवरी में यह हाल है तो गर्मी में क्या होगा।
3 घंटे बाद पहुंचे अधिकारी:
आखिरकार, 3 घंटे बाद छबिलापुर पुलिस और पीएचईडी के कनीय अभियंता मनोज वर्मा पहुंचे। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि एक महीने में जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी। तबतक टैंकर से पेयजल आपूर्ति करने का वादा किया।तब जाकर लोगों का गुस्सा शांत हुआ और जाम टूटा।
प्रशासन की दलील जानिए
पीएचईडी के एसडीओ राकेश कुमार का कहना कि बहुजल ग्रामीण योजना के तहत 38 गांवों में वाटर सप्लाई की जानी है। इसके लिए पाइप बिछाया गया है। हाउस कनेक्शन का काम तेजी से किया जा रहा है। इन गांवों को नल से जल की सप्लाई के लिए चार जोनों में बांटा गया है। सिथौरा, हसनपुर, नीमापुर और बेलदार बिगहा में बनी जलमीनार से पानी की सप्लाई होगी।
नालंदा लाइव के सवाल
-अगर मुख्यमंत्री के गृह जिले में इस तरह की लापरवाही है तो बाकी जगहों का क्या हाल होगा ? अगर समय रहते दांगी गांव में पीने का पानी पहुंच जाता तो लोग क्यों सड़क पर उतरते ?