भारत सरकार ने इस साल होने वाले हज यात्रा पर रोक लगा दी है । केंद्र सरकार का कहना है कि इस साल हज के लिए किसी को भी सऊदी अरब नहीं भेजा जाएगा
सभी के पैसे लौटेंगे
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के मुताबिक भारत इस साल हज के लिए किसी को भी सउदी अरब नहीं भेजेगा। केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री का कहना है कि हज यात्रा के लिए 2 लाख 30 हजार से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया था। उन सबका आवेदन रद्द कर दिया गया है और उनके पैसे वापस किए जाएंगे. पैसों में किसी भी प्रकार की कोई कटौती नहीं होगी
We have decided that Haj pilgrims from India will not be sent to Saudi Arabia for Haj 2020. Application money of more than 2.3 lakh pilgrims will be returned without cancellation deductions through direct transfer: Union Minister Mukhtar Abbas Naqvi#COVID19 pic.twitter.com/I5LdufNOhs
— ANI (@ANI) June 23, 2020
सऊदी अरब ने क्या कहा
वहीं, सऊदी अरब ने कहा कि इस साल हज को रद्द नहीं किया जाएगा लेकिन कोरोना वायरस को देखते हुए सीमित संख्या में ही लोगों को इसमें शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। सऊदी अरब सल्तनत ने कहा कि वह विभिन्न देशों के केवल उन्हीं लोगों को हज में शामिल होने की अनुमति देगा जो पहले से ही मुल्क में रह रहे हैं। वार्षिक हज यात्रा इस साल जुलाई के अंत में शुरू होगी।
हर साल 20 लाख लोग आते हैं
आपको बता दें कि हज के लिए सऊदी अरब के मक्का में आमतौर पर दुनियाभर से 20 लाख के करीब मुस्लिम जुटते हैं सऊदी अरब ने अपनी स्थापना के बाद से लगभग 90 वर्षों में कभी भी हज को रद्द नहीं किया है। इस्लाम धर्म के पांच बुनियादी स्तंभ हैं जिसमें हज भी शामिल है। हर मुस्लिम अपने जीवन में कम से एक बार अवश्य हज करने की इच्छा रखता है।
कोरोना को देखते हुए उमरा पर लगी थी रोक
कोरोना संक्रमण को देखते हुए सऊदी अरब ने फरवरी महीने में मक्का में आने वाले ‘उमरा’ यात्रा पर रोक लगा दी थी। यह फैसला पवित्र शहर मक्का और मदीना में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए उठाया गया था। हालांकि यह यात्रा पूरे साल की जा सकती है।